बेहरी। क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसे रिश्तों में मिठास, विश्वास और प्रेम बढ़ाने वाला पर्व माना गया है। बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी तरक्की की कामना की। वहीं भाई ने बहन की रक्षा का वचन दिया। क्षेत्र में सुबह से लेकर रात तक रक्षाबंधन के त्योहार का उत्साह बना रहा।
राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी गोवर्धन बैरागी ने सत्संग में कहा, कि सावन माह की पूर्णिमा तिथि के बाद भाद्रपद माह की शुरुआत हो जाती है। इस साल 19 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया गया। इस दिन सावन का आखिरी सोमवार व्रत भी रहा। इस दौरान कई शुभ योग भी बन गए। इस साल राखी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग का निर्माण हुआ। इन योगों में राखी बांधने से भाई की तरक्की में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। राखी विधि के अनुसार ही बांधनी चाहिए। इससे रिश्तों में मिठास बनी रहती है।
पं. बैरागी ने कहा रक्षाबंधन एक मानसूनी त्यौहार है, जिसका एक गहरा अर्थ है। बारिश का मौसम जीवन की सारी गंदगी और उलझनों को मिटा देता है। यह मौसम हमें समृद्धि और जीवन का भरपूर आनंद लेने की एक नई उम्मीद देता है, इसीलिए भाई-बहनों के बीच प्यार के अटूट बंधन और सौभाग्य के आगमन का उत्साह मनाने के लिए श्रावण मास को पवित्र माना जाता है।
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