- भारतीय जीवन बीमा निगम अभिकर्ता संघ के स्नेह सम्मेलन में 150 से अधिक अभिकर्ता हुए शामिल
देवास। भारतीय जीवन बीमा निगम अभिकर्ता संघ का वार्षिक स्नेह सम्मेलन मंडल अध्यक्ष रमेश व्यास की अध्यक्षता में चौधरी गार्डन में आयोजित हुआ। इसमें 150 से अधिक अभिकर्ता एवं कर्मचारी शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर किया गया। जोनल सचिव बीएल मूंदडा, वरिष्ठ मार्गदर्शक रमेश तारानेकर, मंडल प्रवक्ता आनंद चौहान एवं शाखा प्रबंधक राहुल भटनागर विशेष अतिथि थे। निगम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उच्च श्रेणी सहायक प्रवीण गेठेवाले का सेवानिवृत्त होने पर अभिकर्ता संघ ने सोने की अंगूठी उपहार में भेंटकर शाल-श्रीफल व प्रशस्ति पत्र से सम्मान किया।
श्री गेठेवाले ने अपने उद्बोधन में कहा, कि एलआईसी के इतिहास में ऐसा सम्मान मुझे पहली बार मिला है। यह मेरा ही नहीं आप सभी का सम्मान है। अभिकर्ताओं द्वारा सम्मान समारोह आयोजन कर मुझे जो विदाई दी गई, वह अविस्मरणीय है। संस्था के अधिकारी, कर्मचारियों व अभिकर्ताओं को कभी नहीं भूल पाऊंगा। मैं जीवनपर्यंत आप सभी का आभारी रहूंगा।
मंडल अध्यक्ष रमेश व्यास ने कहा, कि संगठन में शक्ति होती है। बहुत मुश्किल से हमारा संगठन बन पाता है। संगठन के माध्यम से समस्याओं को एलआईसी के समक्ष रखकर निराकरण करवा सकते हैं, इसलिए हमेशा संगठित रहे। कार्यक्रम में वरिष्ठ अभिकर्ता श्रीनिवास बड़वे, शाखा कैशियर जगदीश पिंडलाया का भी सम्मान किया गया। अतिथियों का स्वागत देवास शाखा क्रमांक 1 के अध्यक्ष अनुराग श्रीवास्तव ने किया। शाखा सचिव अनिल वर्मा एवं कोषाध्यक्ष विकास डोंगरे द्वारा सफल आयोजन के लिए सभी को शुभकामनाएं दी गईं।
कार्यक्रम में विशेष रूप से गोपीचंद अभय , संतोष दुबे, दौलतसिंह सोलंकी, गोवर्धनसिंह ठाकुर, कमल चौधरी, मोहन राठौर, जितेंद्रसिंह तोमर, कमल भारती, अजय वर्मा, कमलेश गुप्ता, सईद शेख, बीके पंड्या, उदयसिंह बैस, तेजभान सिंह, राम पाटीदार, श्याम प्रजापति, सत्यनारायण उपाध्याय, कल्पना बिंजवा मैडम, राजकुमारी सोनी, घनश्याम भाटी, मनोज पांचाल, अभिजीतसिंह ठाकुर, कमल सोनी, दिलीप यादव, महेश केलवा, गोविंद कटारिया, विनोद कुमार सिंह, सुरेंद्र चतुर्वेदी, प्रमोद त्रिपाठी व कई अभिकर्ता साथी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन विजय बहादुर सिंह राठौड़ ने किया आभार समीर मेहता ने माना। यह जानकारी अभिकर्ता संघ के कोषाध्यक्ष विकास डोंगरे ने दी।
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