मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक ने किया मंडी का निरीक्षण

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– सफाई व्यवस्था को लेकर दिए निर्देश, कृषक विश्राम गृह पर ताला देख हुए नाराज

देवास। मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक सह आयुक्त श्रीमन शुक्ला ने मंडी समिति देवास के तीनों प्रांगणों का निरीक्षण किया। उन्होंने सफाई व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए। साथ ही कृषक विश्रामगृह पर ताला देखकर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने प्रांगण क्रमांक 1 में राष्ट्रीय कृषि बजार ई-अनुज्ञा पोर्टल आदि की जानकारी उपस्थित कर्मचारियों से ली।
निशांत व्यास ने ई अनुज्ञा पोर्टल एवं आनलाइन पोर्टल से संबंधी जानकारी बताई। प्रांगण क्रमांक 2 में दुकानों, गोदामों, कैंटिन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बंद संयंत्र वेस्ट डिस्पोजल यूनिट, ग्रेडिंग प्लांट, पेयजल व फल-सब्जी मंडी सफाई व्यवस्था देखी। सचिव राजेश साकेत को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द बंद संयंत्र को चालू कराए। चूंकि आपकी मंडी ई पायलेट योजना अन्तर्गत चयनित है, इसके लिए व्यवस्थाओं में सुधार होना चाहिए। चेक पाेस्ट क्रमांक 2 पर उपस्थित प्रतिभा पोरवाल से चर्चा की एवं चेकिंग वाहनों का जायजा लिया। मंडी कार्यालय में लेखा शाखा से संबंधित एवं दुकानों के किराये के संबंध में पंजी का निरीक्षण किया। तारिका यादव लेखापाल व गुरुदास रायकवार द्वारा समक्ष में बताया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि मंडी में सभी आवश्यक कार्य एक माह में पूर्ण कराए। किसी प्रकार की समस्या/स्वीकृति के संबंध में मुझे तत्काल लिखें, ताकि समय सीमा में कार्य पूर्ण करा सके।
प्रबंध संचालक के साथ आंचलिक कार्यालय से प्रवीण वर्मा उपंसचालक, अधीक्षण यंत्री भोपाल कार्यपालन यंत्री मुधकर पंवार, सहायक यंत्री अरुण अग्रवाल उपयंत्री जितेन्द्र मेश्राम, प्रांगण क्रमांक दो के प्रभारी महेंद्रकुमार मंडोरिया तथा किसान संघ से जगदीश नागर, अनाज व्यापारी एसोशिएशयन से अर्पित अग्रवाल उपस्थित रहे।

भाकिसं के पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताई किसानों की समस्या-
भारतीय किसान संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदीश नागर ने एमडी श्री शुक्ला से कृषि मंडी में किसानों को होने वाली विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया, कि देवास की मंडी में उपज की नीलामी के बाद कई बार व्यापारी किसानों का माल रिजेक्ट कर देते हैं, जबकि मंडी अधिनियम के अंतर्गत एक बार नीलामी के बाद व्यापारी वह माल खरीदने के लिए बाध्य है। इसी प्रकार मंडी में सफाई व्यवस्था एवं शुद्ध पेयजल नहीं मिलने की जानकारी दी। कृषक विश्रामगृह को किसानों के लिए खुलवाने की बात भी कही। एमडी ने श्री नागर को आश्वासन देते हुए कहा कि हमने मंडी सचिव को इस संबंध में हिदायत दी है। ये सभी बिंदु नोट किए हैं। एक महीने के अंदर व्यवस्था में बहुत कुछ सुधार हो जाएगा।

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