shiv mahapuran katha पाप कर्मों का शमन कर मोक्ष प्रदान करती है शिव कथा

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  • कैलादेवी मंदिर में शिव महापुराण कथा में दंडी स्वामी हेमेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा

देवास। हमारे जीवन में कर्मों का बड़ा महत्व है। कोई भी मनुष्य बगैर कर्म के नहीं रह सकता। कर्म कैसे भी हो, उसका फल अवश्य भोगना पड़ता है। पूर्व जन्म के पापकर्मों काे इस जन्म में भोगना पड़ता है। कर्म फल से कोई बच नहीं सकता। हमारे कर्म ऐसे हो, जो हमारा लोक-परलोक सुधार सके। शिवजी की भक्ति हमारे पाप कर्मों का शमन करती है और मोक्ष प्रदान करती है।

यह विचार कैलादेवी मंदिर में शिव महापुराण कथा में दंडी स्वामी हेमेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा भगवान के यहां जो न्याय प्रक्रिया है, वह सभी के लिए समान है। वहां किसी के साथ पक्षपात नहीं होता। सभी को किए गए अपराध की सजा अवश्य मिलती है। पूर्व जन्म के अपराधों की सजा इस जन्म में मिलती है। इन पापों का शमन शिवजी की भक्ति से होता है। शिवजी की कथा श्रवण करें और उनसे पापों के शमन के लिए सच्चे हृदय से प्रार्थना करें, वे भोलेनाथ है और जल्दी प्रसन्न होते हैं। गुरुवार को कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कथा के दौरान दंडी स्वामीजी ने शिवजी की भक्ति से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी, जिसे सुनकर भक्त भाव-विभोर हो उठे। इससे पूर्व सुबह मंदिर में पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनका पूजन-अर्चन किया गया। मंदिर संस्थापक मन्नूलाल गर्ग ने बताया पूरे सावन माह में मंदिर में विभिन्न अनुष्ठानों का क्रम चलेगा। पार्थिव शिवलिंग का निर्माण भी हो रहा है। उन्होंने शिवभक्तों से आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया है।

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