गृह-गृह गायत्री महायज्ञ से होगा मानव में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण

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  • रैली निकाल कर किया जनजागरण, मोती बंगला के 24 घरों में हुए गायत्री महायज्ञ

देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में देशभर में बड़ी श्रद्धा और उमंग के साथ गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी का सपना मानव में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण, आत्म परिष्कार एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु पुनीत गृह-गृह गायत्री महायज्ञ अभियान चलाए जा रहे हैं। इसका समाज में बड़ा ही सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे रहा है। इसी कड़ी में गायत्री परिवार शाखा देवास द्वारा मोती बंगला काॅलोनी के 24 घरों में गायत्री महायज्ञ हुए एवं यजमान देव परिवार में शामिल हुए। गायत्री महायज्ञ के पूर्व काॅलोनी में रैली निकाल कर जनजागरण किया गया।

गायत्री परिवार के मीडिया मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया, कि मोती बंगला कालोनी में 24 घरों में एक साथ एक ही समय में यजमानों ने बड़ी श्रद्धा एवं संकल्प के साथ अपने आत्म परिष्कार एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु पुरुषोत्तम मास में अखिल विश्व गायत्री परिवार के सानिध्य में यजमानों ने गायत्री महायज्ञ में आहुतियां दी। गायत्री महायज्ञ के पूर्व काॅलोनी में गायत्री परिवार की सरिता पाटीदार एवं लेखा राठौड़ के नेतृत्व में रैली निकालकर जनजागरण किया। रैली में गायत्री परिजनों ने गायत्री माता की जय, परम पूज्य गुरुदेव की जय, हम गायत्री मां के बेटे तुम्हें जगाने आए हैं, जाग उठो भारत के वीरों तुम्हें जगाने आए हैं जैसे नारों से काॅलोनी गूंज उठी। गृह-गृह गायत्री महायज्ञ अभियान के आयोजक निधि श्रीवास्तव एवं ओपी श्रीवास्तव ने गायत्री महायज्ञ के दौरान कहा कि गृह-गृह गायत्री महायज्ञ में भारतीय संस्कृति एवं गायत्री विधा के पहुंचने से परिवार में बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यजमान यज्ञ के बाद दक्षिणा के रूप में अपने जीवन की बुराई छोड़ते हैं और कोई एक अच्छाई ग्रहण कर सत्कर्म से जुड़कर स्वयं और अपने परिवार को लाभान्वित करते हैं।

आयोजन में युवा प्रकोष्ठ जिला समन्वयक प्रमोद निहाले ने आमजन से अपील की है, कि गायत्री परिवार द्वारा चलाए जा रहे इस पुनीत अभियान को शहर के हर वार्ड में चलाने की जरूरित है, क्योंकि हम धीरे-धीरे हमारी संस्कृति एवं यज्ञ विधा को भूलते जा रहे हैं। आज हमारे बच्चों को हमारी संस्कृति एवं संस्कार की सही जानकारी भी नहीं है, जो कि एक बड़ा विचारणीय विषय है। गायत्री परिवार द्वारा चलाए जा रहे गृह-गृह गायत्री महायज्ञ अभियान के द्वारा आत्म परिष्कार एवं पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ बच्चों में संस्कार भी मिलते हैं, जो कि अति आवश्यक है। आयोजन को सफल बनाने में गायत्री परिवार के अरुण शैव्य, लता खंडेलवाल, दिलीपसिंह सोलंकी, कांति चौहान, सुरेश बालपांडेय, राधा पाटीदार, प्रदीप दुबे, वंदना पाटीदार, संतोष शर्मा, श्रद्धा निहाले, सुरेंद्र दुबे, गजपालसिंह सोलंकी, कैलाशसिंह ठाकुर, मनीष व्यास, सुनंदा बालपांडेय, गणेशचंद्र व्यास सहित कई परिजनों का विशेष सहयोग रहा।

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