- रेणुका माता मंदिर व भोमियाजी मंदिर में भक्तों का लगा तांता
– गुरुपूर्णिमा पर मंदिरों में भजन-कीर्तन व गुरु पूजन के कार्यक्रम आयोजित हुए
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। गुरु पूर्णिमा का उत्सव क्षेत्र में परंपरागत एवं धार्मिक रीति-रिवाज से मनाया गया। जगह-जगह गुरु पूजन के आयोजन चला। रेणुका माता मंदिर के गोविंददास त्यागी महाराज आशीर्वाद लेने के लिए कई जगहों से भक्त पहुंचे।
मंदिर में सुबह 7 बजे से गुरु पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ, जो दिनभर चला। भोमियाजी हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए सैकड़ों श्रद्धालु यहां पर पहुंचे। मंदिर के पुजारी विद्याधर वैष्णव ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के मौके पर यहां सभी श्रद्धालु ने मिलकर अभिषेक पूजन किया। क्षेत्र में वैसे तो गुरु परंपरा का निर्वहन हमेशा से होता आया है। क्षेत्र में ब्रह्मलीन बाबा केशवदास, ब्रह्मलीन बाबा अन्नादास महाराज के परम भक्त एवं शिष्य पूरे क्षेत्र में हैं, लेकिन गुरु पूर्णिमा पर इस बार ब्रह्मलीन संत केशवदास महाराज एवं अन्नादास महाराज को गुरु दक्षिणा के रूप में मां रेणुका माता मंदिर प्रांगण में स्थित दोनों दिवंगत संत महात्माओं की कर्म स्थली एवं तपस्थली के रूप में विकसित वाटिका में फलदार एवं छायादार पौधे लगाकर गुरु पूर्णिमा पर अपनी ओर से हरियाली की दक्षिणा भेंट की।
इस अवसर पर मंदिर के वर्तमान महंत बाबा गोविंदा महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिष्यों के साथ मिलकर उन्होंने भी इस स्मृति यादगार वाटिका में पौधे लगाए। इस अवसर पर रेणुका माता सेवा समिति से जुड़े किशन गोस्वामी, पूर्व कूप समिति के अध्यक्ष जेपी पहलवान, मुकेश गुर्जर चापड़ा, राजेंद्र पाटीदार, बालाराम दांगी, कंचन दांगी, पूरणसिंह दांगी, माखन पाटीदार, जुगल भाटी, मुकेश पाटीदार आदि ने मंदिर प्रांगण में संतों की स्मृति में पौधारोपण कर गुरु पूर्णिमा मनाई। यह शपथ ली कि वृक्ष बनने तक पौधों की सुरक्षा भी करेंगे।
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