– बंदियों को मानसिक स्वास्थ के बारे कराया अवगत
बागली (हीरालाल गोस्वामी)। सब जेल में जन साहस संस्था देवास द्वारा बंदियों को मानसिक स्वास्थ के बारे में अवगत कराने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया। मानसिक स्वास्थ का विषय मन स्वस्थ तो तन स्वस्थ रहा। उक्त कार्यक्रम का आयोजन तहसील विधिक सेवा समिति बागली के सौजन्य से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री नरेन्द्रकुमार गुप्ता प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बागली थे। विशेष अतिथि न्यायाधीश श्री राकेश कुमार जाटव थे। विशेष अतिथि न्यायाधीश श्री जाटव ने बंदियों को दिये गये उदबोधन में कहा कि मानसिक रोगियों के लिए कानून बनाया गया है जिसमें ये प्रावधान किया गया है कि कोई भी व्यक्ति को मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति दिखाई देने पर संबंधित थाना प्रभारी को सूचित करें। थाना प्रभारी द्वारा उसका समुचित उपचार करवाया जाए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री गुप्ता प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बागली ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे कार्य, हमारे विचार हमारी मानसिक अवस्था के प्रतिबिंब होते है। हमारी मानसिक अवस्था अच्छी होगी तो हमारे कार्य भी श्रेष्ठ होंगे। मानसिक स्वास्थ बेहतर होगा तो हम अपने विवेक का भली भांति अच्छे कार्यों हेतु समाज के बेहतर हेतु उपयोग कर पाएंगे। बंदी यहां से रिहा होने के बाद मुख्य धारा में जुड़ जाएंगे और समाज में योगदान देंगे। आयोजनकर्ता संस्था जन साहस की प्रज्ञा बनसोडे द्वारा बंदियो को मानसिक स्वास्थ की बेहतरी के लिए कई उपाय बताए तथा यह भी बताया कि मानसिक स्वास्थ स्वयं का अच्छा है या नहीं इसकी स्वयं द्वारा पहचान करने के तरीके भी बताए गए।
सब जेल बागली के सहायक जेल अधीक्षक रोहिदास पिकले ने आभार व्यक्त किया तथा अपने उदबोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में मानसिक स्वास्थ का अच्छा होना अति आवश्यक है, तभी हम बड़ी-बड़ी बिमारियों से बच पाएंगे। मानसिक तनाव के कारण ही अनेक विकृतियां शरीर को घेर लेती है। मानसिक स्वास्थता के लिए उनके द्वारा योग, व्यायाम, ध्यान करने की सलाह दी गई। इसी संदर्भ में प्रतिदिन जेल में योग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जन साहस संस्था से दिनेश राठौर, विमल दिवाकर, निशा प्रजापति, जीवन मथानिया, जितेन्द्र चौहान, विनोद पवार, लोकेन्द्र बागडिया, कल्लू नायक, धर्मेन्द्र परमार उपस्थित रहे। इस अवसर पर सब जेल बागली में वृक्षारोपण भी किया गया।
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