– मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण के क्रियान्वयन में देवास जिला आवेदन प्राप्त करने में प्रदेश में प्रथम तथा आवेदनों का निराकरण करने में दूसरे स्थान पर
– प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान, एक जिला एक उत्पाद, उपार्जन एवं अन्य विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित
देवास। जिले की प्रभारी मंत्री तथा प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकि शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जनपद पंचायत कन्नौद सभाकक्ष में जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के दूसरे चरण का क्रियान्वयन, एक जिला एक उत्पाद, उपार्जन, मछली पालन, विद्युत वितरण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एवं अन्य विभागीय समीक्षा बैठक ली।
समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने देवास जिले में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एवं मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के द्वितीय चरण में अच्छे कार्य के लिए बधाई दी। प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि जनता का कार्य तत्काल करें तथा पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिया जाए। जनता के कार्य में कोई देरी नहीं करें। जो अधिकारी कार्य में लापरवाही करता है उन पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में जल्द ही एक और बैठक आयोजित की जाएगी।
समीक्षा बैठक में खातेगांव विधायक आशीष शर्मा, देवास विधायक गायत्री राजे पवार, हाटपीपल्या विधायक मनोज चौधरी, बागली विधायक पहाड़सिंह कन्नौजे, देवास प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव, बीजेपी जिला अध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा कलेक्टर ऋषव गुप्ता, एसपी सम्पत उपाध्याय, डीएफओ पीके मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाशसिंह चौहान, एएसपी मंजीतसिंह चावला, अपर कलेक्टर महेन्द्र सिंह कवचे, एसडीएम सोनकच्छ संदीप शिवा, खातेगांव एसडीएम प्रवीण पाटीदार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की समीक्षा कर निर्देश दिये कि लाड़ली बहनों को स्वीकृत-पत्रों का वितरण करें। उन्होंने कहा कि कार्य में कोई समस्या तो नहीं आ रही है। अगली बैठक में बैंक के मैनेजरों को भी अवश्य बुलाए।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में जिले में 2 लाख 80 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। जिले में 3005 आपत्तियां आई थी, जिनका शत प्रतिशत निराकरण किया गया है। प्राप्त आवेदनों में 233 आवेदन निरस्त किए गए हैं। प्राप्त आवेदनों में 02 लाख 46 हजार आवेदनों का डीबीटी सफलतापूर्वक हो गया है।
प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण के क्रियान्वन के संबंध में जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण के क्रियान्वयन में देवास जिला आवेदन प्राप्त करने में प्रदेश में प्रथम नंबर पर तथा आवेदनों का निराकरण करने पर प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। अभियान में एसएमएस के माध्यम से नागरिकों को जानकारी दी गई। जिससे अभियान सफलतापूर्वक क्रियान्वित हो सका। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान जिले में 4 लाख 92 हजार 289 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें 4 लाख 89 हजार 916 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है। जिले का स्वीकृति प्रतिशत 99 है। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण में देवास जिले में सभी ग्रामों में बी-1 का वाचन किया गया। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सभी राजस्व अधिकारी ग्रामों में उपस्थित रहे। ग्रामों में नक्शों का वितरण किया गया। अभियान में 8706 जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए। 01 लाख 1 हजार 312 किसान क्रेडिट कार्ड बनाए गए। अभियान में 1226 लर्निंग लाइसेंस बनाए गए।
प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने जल जीवन मिशन की समीक्षा कर जिले में नल जल योजना में किये गये कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि नल जल योजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करें। जिले में जहां आवश्यकता है वहां पानी के लिए बोरिंग करें। जहां पाइप लाइन डालने के लिए सड़के खुदी है, उन सड़कों को ठीक करें। जो योजनाएं पूर्ण हो गई है, उन्हें शीघ्र चालू करें। नल जल की योजनाएं संबंधित क्षेत्र के विधायक की जानकारी में लाकर ही हैंड ओवर करें।
बैठक में बताया गया कि जिले में जल जीवन मिशन में 1048 ग्रामों में योजना क्रियान्वित है। जिसमें से 677 गांव में एकल योजना तथा 467 ग्रामीण योजना संचालित है। जिले में जहां पर भी पानी की समस्या आ रही वहां पर बोरिंग की जा रही है। जिले में 2 शासकीय और 7 प्राइवेट ठेकेदारों के माध्यम से मशीनें कार्यरत है। प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि सभी विधानसभाओं में नलकूप खनन का कार्य करें। दो-दो मशीनें सभी विधानसभा क्षेत्रों में भेजें। बैठक में बताया गया कि बंद नल जल योजना को चालू करने के लिए 23 स्त्रोतों का निर्माण किया गया।
प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने एक जिला एक उत्पाद की समीक्षा कर, जिले में बांस का रकबा बढ़ाने के लिए की गई कार्यवाहियों की जानकारी ली। प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि जिले के किसानों को बांस उत्पादन के लिए जागरूकर करें। बैठक में बताया गया कि जिले में बांस का रकबा बढ़ाने के लिए जिले में 3 लाख 50 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को बांस की खेती के प्रति जागरूक करने के लिए विकासखण्ड स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया। स्व सहायता समूह के माध्यम से बांस रोपण का कार्य किया जा रहा है।
बैठक में बताया गया कि जिले में कुल 69 अमृत सरोवर पुष्कर तालाबों में मत्स्य पालन का कार्य किया जा रहा है। इन तालाबों में 5 लाख 91 हजार मत्स्य बीजों का संचयन किया गया है। यूजर ग्रुप बनाए गए हैं। यूजर ग्रुपों ट्रेनिंग दी गई है, समूह के सदस्यों को लगभग 84 लाख रुपए की आय होगी।
प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने जिले में किए उपार्जन की समीक्षा की, जिले में कितना उपार्जन हुआ इस संबंध में जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि जिले में उपार्जन के लिए 136 उपार्जन केन्द्र बनाए हैं। 131 उपार्जन केन्द्रों पर समितियों द्वारा और 05 उपार्जन केन्द्रों पर स्व सहायता समूह द्वारा उपार्जन कार्य किया गया। जिले में 3 लाख 45 हजार 14 मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया। 55 हजार 343 मीट्रिक टन चना एवं 662 मीट्रिक टन सरसों का उपार्जन किया गया। जिले में 59 हजार 736 किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया था। गेहू उपार्जन में किसानों को 724 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। गेहूं उपार्जन में जिले में 99 प्रतिशत किसानों को भुगतान हो चुका है। चना उपार्जन के लिए 20 हजार 995 किसानों ने पंजीयन करवाया था। चना उपार्जन में किसानों को 278 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। चना उपार्जन में जिले 94 प्रतिशत किसानों को भुगतान हो चुका है।
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