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भोपाल में स्थापित होगी स्व. कैलाश जोशी की प्रतिमा

– कैलाश जी की स्मृति में चार शासकीय भवनों का नामकरण
– मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया वर्चुअली लोकार्पण
– ठाकरे सभागृह में हुआ संत स्मरण दिवस

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी ने सार्वजनिक जीवन में प्रतिमान गढ़ते हुए भारत माता के लिए जीवन समर्पित कर दिया। उनका जीवन प्रेरणा का दीप स्तंभ है, जो युवाओं को राह दिखाता रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. श्री जोशी की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए बागली जिला देवास सहित राजधानी भोपाल में उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, क्योंकि भोपाल स्व कैलाश जी की कर्म भूमि थी। उन्होंने भोपाल में रहकर सांसद, नेता प्रतिपक्ष और अन्य दायित्वों का निर्वहन किया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी की पुण्यतिथि पर उन्हें आदरांजलि अर्पित करते हुए संत स्मरण दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के प्रारंभ में स्व कैलाश जी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के दौरान आज देवास जिले के चार शासकीय भवनों का वर्चुअली लोकार्पण किया। इन भवनों का नाम स्व. कैलाश जोशी के नाम पर रखा गया है। ये भवन देवास जिले के बागली और सतवास के शासकीय महाविद्यालय और कृषि उपज मंडी के नव निर्मित भवन हैं। इस कार्यक्रम से देवास जिले के जनप्रतिनिधियों ने भी ऑनलाइन सहभागिता की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बागली में निर्माणाधीन बस स्टैंड का नामकरण भी स्व. कैलाश जी के नाम पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जोशी परिवार द्वारा आज पुण्यतिथि कार्यक्रम को आने वाले वर्ष में नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा। उन्हें याद करना सिर्फ जोशी परिवार नहीं, बल्कि समाज और सरकार का भी दायित्व है। स्व. कैलाश जी की स्मृति में समाज के सहयोग से कार्यक्रम कर नई पीढ़ी तक उनके जीवन और आदर्शों की जानकारी पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. कैलाश जी ने संत की परिभाषा को चरितार्थ किया। उनके जीते जी आमजन ने उन्हें संत की उपाधि से विभूषित किया। उनका कृतित्व खुद यह संदेश देता है कि जियो तो ऐसे जियो। वे सहज, सरल होते हुए भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनहित में रौद्र रूप धारण करने में पीछे नहीं हटते थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. जोशी ज्ञान का भण्डार थे। वे एक चिंतक और अध्ययनशील व्यक्तित्व के धनी थे। आने वाली पीढ़ियों के लिए वे एक प्रेरक पुरुष के रूप में हमारे सामने आते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र शर्मा ने कहा कि शुचिता के प्रतीक स्व. कैलाश जी संगठन और समाज में लोकप्रिय हुए। उन्होंने असंख्य लोगों को सद्कार्यों से जोड़ा। वे संस्थाओं के लिए भी आदर्श थे। वे राजनीति में भी विलक्षण उदाहरण थे। उन्हें संत की उपाधि मिली। आज संत स्मरण दिवस की पहल कर जोशी परिवार ने सराहनीय कार्य किया है।
स्व. कैलाश जोशी के सुपुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि आने वाले वर्ष में स्व. कैलाश जी की स्मृति में व्याख्यान माला सहित अभिनव कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में मंच पर राजीव खण्डेलवाल देवास, सुमित पचौरी भोपाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अमिताभ अनुरागी ने किया। जयवर्धन दीपक जोशी ने आभार व्यक्त किया।

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