देवास। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 30 से 35 गर्भवतियों का सुरक्षित प्रसव करवाया जा रहा है। अप्रैल 2023 से 20 फरवरी 2024 तक 11 माह में 8 हजार 792 डिलेवरी जिला अस्पताल में करवाई गई। इसमें 6 हजार 243 नार्मल डिलेवरी और 2 हजार 549 सिजर (ऑपरेशन द्वारा) से प्रसव करवाए गए।
प्रसव सेवा में 6243 नार्मल डिलेवरी में रात में 3351 नार्मल डिलेवरी करवाई गई, जो कि 53 प्रतिशत रहा। जिला अस्पताल में 64 डिलेवरी में जुड़वा बच्चे और 2 डिलेवरी में ट्रिपल बच्चों का जन्म हुआ। शासन की महत्वपूर्ण योजना में मां और शिशु की पूर्ण सुरक्षा 108 एम्बुलेंस जननी द्वारा घर तक छोड़ने के लिए निःशुल्क परिवहन सुविधा दी जा रही है।
शासन कि महत्वपूर्ण योजना मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत जिले में गर्भवती महिलाओं को का गर्भावस्था में शीघ्र पंजीयन करते हुए समय-समय पर टीके लगाए जा रहे हैं। प्रसव पूर्व आवश्यक जांचें और चिकित्सकीय परामर्श और उपचार किया जा रहा है। प्रसव के समय घर से अस्पताल तक निःशुल्क परिवहन के लिए 108 जननी एम्बुलेंस की सुविधा दी जा रही है। शासकीय प्रसव केन्द्रों में निःशुल्क प्रसव करवाने पर विभाग द्वारा प्रसूता को जननी सुरक्षा योजना में ग्रामीण क्षेत्र की महिला को 01 हजार 400 रूपये और शहरी क्षेत्र कि महिला को 1 हजार रुपए प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना मे पात्र प्रसूता महिला को जिला अस्पताल में प्रसव कराने पर 12 हजार रुपए का लाभ दिया जा रहा है।
जिला चिकित्सालय देवास में सबसे ज्यादा प्रतिदिन लगभग 1 हजार से अधिक मरीज ओपीडी में प्रतिदिन उपचार करवाने आते हैं। इसमें सामान्य और गंभीर बीमारी के साथ मौसमी बिमारियों का उचित स्तर पर जांच कर चिकित्सक विशेषज्ञो द्वारा उपचार किया जा रहा है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, परिवार कल्याण सेवाए, नसबंदी ऑपरेशन सहित अन्य एमरजेसी सेवाएं 24 घंटे प्रदान की जा रही है। जिले में ग्रामीण क्षेत्र के प्रसव केंद्रों पर भी सुरक्षित प्रसव करवाए जा रहे हैं। इन केन्द्रों से जटिल और हाई रिस्क गर्भवतियों को जिला चिकित्सालय रेफर किया जाता है, जहां उचित प्रबंधन कर प्रसव करवाए जा रहे हैं।
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