खेत-खलियान

कृषि विभाग के मार्गदर्शन में जिले के कृषक नागर कर रहे हैं आधुनिक खेती

– आधुनिक पद्धति से खेती को बनाया लाभ का धंधा, सालाना अर्जित कर रहे लाखों की आय

– कलेक्टर ऋषव गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने किया नागर के खेत का अवलोकन

देवास। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा है कि खेती लाभ का धंधा बने। इसके लिए केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ एवं कृषि विभाग से मार्गदर्शन पाकर कृषक आधुनिक पद्धति से खेती कर खेती को लाभ का धंधा बना रहे हैं।

ऐसे देवास जिले के ग्राम मेंढ़की धाकड़ निवासी कृषक जगदीश नागर हैं, जो एक मिसाल बन गए हैं। वे आधुनिक पद्धति से खेती करके सालाना लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं और वे दूसरों को भी आधुनिक पद्धति से खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वे प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव को किसान हितैषी योजनाओं के संचालन के लिए धन्यवाद दे रहे हैं।

कृषक श्री नागर ने बताया कि वे पहले परंपरागत खेती करते थे, जिससे उन्हें सीमित आय होती थी तथा घर का गुजारा भी नहीं चल पाता था। इसी बीच उन्होंने कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त किया। विभागों से सतत मार्गदर्शन से उन्होंने आधुनिक पद्धति से उद्यानिकी एवं अन्य खेती करना प्रारंभ किया। इससे उन्हें अच्छी आय हो रही है। आधुनिक खेती के माध्यम से सलाना लगभग 60 लाख रुपए की आय अर्जित हो रही है। वे जिले के सभी किसानों से आग्रह कर रहे हैं, कि वे खेती करने की पद्धति को बदलते हुए कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त कर करें। वे कहते हैं, कि कृषकों के आधुनिक पद्धति से खेती करने पर जहां खेती करना लाभ का धंधा बनेगा, वहीं उन्हें आय भी अच्छी अर्जित होगी। वे केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा किसान हितैषी योजनाओं के संचालन एवं किसानों को उनका लाभ दिलाने के लिए पुन: प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को हृदय से धन्यवाद दे रहे हैं।

कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को अवलोकन कराया-

देवास। ग्राम मेंढकी धाकड़ में कृषक जगदीश नागर द्वारा आधुनिक तकनीक से खेती करने पर कलेक्‍टर ऋषव गुप्‍ता ने फसल का अवलोकन किया। कृषक श्री नागर ने खेत में लगाई विभिन्‍न फसलों का अवलोकन कराया। उनके द्वारा उपयोग में लाई जा रही आधुनिक तकनीक के संबंध में विस्‍तार से जानकारी दी।

कृषक श्री जगदीश आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं और एक वर्ष में तीन फसल ले रहे हैं। उनके पास 40 बीघा जमीन है। इसमें वे खीरा, टमाटर, मिर्ची, चवला फली, पत्‍तागोभी, आलू, चना और गेहूं की फसल लगाते हैं।

निरीक्षण के दौरान कृषक श्री नागर ने बताया, कि वे उत्‍पादित सब्‍जी को रोजाना देवास मंडी में विक्रय करते हैं। खेती के लिए बीज से पौधे तैयार करते हैं, जो बाजार से सस्‍ते पड़ते हैं। उन्‍होंने बताया, कि मेहनत करे तो खेती से अच्‍छा कोई धंधा नहीं है। उनकी सालाना आय 60 लाख रुपए हैं। वे अन्‍य 10 व्‍यक्तियों को रोजगार दे रहे हैं और परिवार के सदस्‍य भी खेती का कार्य करते हैं।

कृषक श्री नागर ने बताया कि वे खेत में गौशाला बना रहे हैं। इससे वे जैविक खेती करेंगे और सब्‍जियों के पत्‍तों व गोबर से खाद का निर्माण करेंगे। इसका उपयोग अपने खेत में करेंगे। उन्होंने अपने आस-पास के किसानों को भी आधुनिक तकनीक से खेती करने के लिए प्रेरित किया है। कृषक श्री नागर ने सिंचाई के लिए छोटा तालाब भी बनाया है। इस दौरान उप संचालाक कृषि आरपी कनेरिया, कृषि विज्ञान केंद्र के एके बडाया, उप संचालक उद्यानिकी पंकज शर्मा सहित अन्‍य अधिकारी उपस्थित थे।

 

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