शिक्षा

शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास के लिए समर कैंप की महत्वपूर्ण भूमिका- कलेक्टर ऋषव गुप्ता

सतपुड़ा एकेडमी में समर कैंप के समापन पर कराते, बॉक्सिंग, नृत्य एवं राष्ट्रीय गीतों की बच्चों ने दी प्रस्तुति

देवास। समर कैंप की संस्कृति को 25 विधाअों के साथ प्रारंभ करने वाले सतपुड़ा एकेडमी ने समाज के हर वर्ग एवं अन्य स्कूलों के बच्चों के लिए जो अवसर उपलब्ध कराया, वह सराहनीय है। यहां पर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी एवं कोच सहित अन्य विधा के प्रशिक्षकों द्वारा 45 दिवसीय प्रशिक्षण दिया, जिससे इन बच्चों में कौशल क्षमता की झलक देखने को मिली। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उक्त उद्गार सतपुड़ा एकेडमी में समर कैंप के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हमारे समय में समर कैंप नहीं हुआ करते थे। इस तरह के खेलों की तलाश हम गर्मी की छुट्टी में नाना-नानी के यहां किया करते थे। सतपुड़ा एकेडमी समर कैंप का आयोजन कर बच्चों के मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास में बड़ी भूमिका निभा रहा है।

विशेष अतिथि सीएसपी विवेकसिंह चौहान ने कहा कि समर कैंप से बच्चों की प्रतिभा में निखार आता है और उन्हें नई-नई चीजें सीखने को मिलती हैं। ये बच्चे देश का भविष्य हैं और आगे चलकर देश का नाम रोशन करेंगे। देवास विकास प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि बच्चों को विभिन्न विधाओं को सीखने के लिए पहले अलग-अलग संस्थाओं की तलाश करना पड़ती थीं, लेकिन यह सभी विधाएं सतपुड़ा एकेडमी के समर कैंप में मिलने से न सिर्फ बच्चों व अभिभावकों को सुविधा मिली है, बल्कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बच्चों को एक साथ इतनी विधाएं सीखने का अवसर भी मिला है। सरस्वती शिशु मंदिर मुखर्जी नगर के प्राचार्य राजेश त्रिवेदी तथा सतपुड़ा एकेडमी के चेयरमैन रायसिंह सेंधव विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती एवं भारत माता का विधिवत पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत संस्था संचालक भानूप्रतापसिंह सेंधव, प्राचार्य अमित तिवारी ने पुष्पगुच्छ, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। स्वागत भाषण प्राचार्य तिवारी ने दिया।

तत्पश्चात संस्था के चेयरमैन रायसिंह सेंधव ने संस्था एवं समर कैंप की गतिविधि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छुट्टियों में बच्चों में विलक्षण प्रतिभा को विकसित करने के लिए समर कैंप आज के दौर की अहम आवश्यकता है। इसे देखते हुए वर्ष 2015 से सतपुड़ा एकेडमी की शुरुआत करने से पूर्व में हमने समर कैंप प्रारंभ किया, जिसमें देवास के अनेक विद्यालयों के बच्चों ने हिस्सा लिया। प्रतिवर्ष 400 से 500 विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक इस समर कैंप का हिस्सा बने और प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसका सकारात्मक पहलू निरंतर बढ़ता गया।

समापन समारोह में प्रशिक्षित बालक-बालिकाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसमें स्केटिंग, कराते, बॉक्सिंग, डांस, संगीत का कुशल प्रदर्शन किया। संगीत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बालिका तनिष्का भावसार ने वंदे मातरत एवं राष्ट्रीय गीतों की प्रस्तुति देकर शमां बांध दिया। अतिथियों ने प्रतिभागियों द्वारा तैयार की गई मेहंदी, ज्वेलरी, सिलाई-कढ़ाई, चित्रकला आदि की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। तत्पश्चात श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मोमेंटे एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों को भी स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन चेतन उपाध्याय ने किया व आभार संस्था संचालक ने माना। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी दिनेश सांखला ने दी।

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