Delhi Liquor Scam Case की जांच की आंच Telangana तक पहुँचने से गर्माई सियासत

Posted by

[ad_1]

के. कविता ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने देखा है कि भाजपा नौ राज्यों में पिछले दरवाजे से घुस गई लेकिन वह तेलंगाना में ऐसा नहीं कर पा रही है, इसलिए वह अब ईडी का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।’’

दिल्ली शराब घोटाला मामले की जांच की आंच अब तेलंगाना में सत्तारुढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) तक भी जा पहुँची है। बीआरएस नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को ईडी ने पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है जिसको लेकर सियासत शुरू हो गयी है। के. कविता ने इस मामले में कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना करेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ईडी का ‘इस्तेमाल’ कर रही है क्योंकि भाजपा तेलंगाना में पिछले दरवाजे से दाखिल नहीं हो सकी। कविता ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने देखा है कि भाजपा नौ राज्यों में पिछले दरवाजे से घुस गई लेकिन वह तेलंगाना में ऐसा नहीं कर पा रही है, इसलिए वह अब ईडी का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना करेंगे क्योंकि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है…मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से महंगाई कम करने, अधिक सब्सिडी और नौकरियां देने का आग्रह करती हूं। हम जैसे लोगों को प्रताड़ित करके आपको क्या मिलेगा।’’

उल्लेखनीय है कि ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को तलब किया है। कविता ने महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में अनशन करने की घोषणा की है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी से विधेयक के पारित होने को सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को दिल्ली में उनके द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन में 18 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। बीआरएस की नेता ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने का अनुरोध करती हूं।’’ 

वहीं बीआरएस नेता के. कविता के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के घोटालों से बीआरएस का क्या नाता है यह सबके सामने आना ही चाहिए। दूसरी ओर, भारत राष्ट्र समिति के नेता और तेलंगाना सरकार के मंत्री के.टी. रामा राव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां मोदी सरकार के हाथ की कठपुतली बन गई हैं।

रामा राव ने केंद्र सरकार को उस वक्त आड़े हाथों लिया है जब ईडी ने उनकी बहन और बीआरएस नेता के. कविता को दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कथित अनियमितता से संबंधित धनशोधन के मामले में समन किया है। तेलंगाना सरकार के मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘ईडी का समन नहीं, मोदी का समन है।’’ रामा राव ने दावा किया कि केंद्र सरकार ‘अनैतिक शासन’ और ‘बेईमान जांच एजेंसियों’ की पर्यायवाची बन गई है। बीआरएस नेता आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडाणी के प्रधानमंत्री मोदी से संबंध हैं। उन्होंने कहा कि जब भारतीय जीवन बीमा निगम और भारतीय स्टेट बैंक के 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो जाता है तब भी प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुप्पी साधे रहते हैं। रामा राव ने कहा कि कविता ईडी के सामने पेश होंगी, जबकि भाजपा नेता बीएल संतोष विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के मामले में तेलंगाना पुलिस की एसआईटी के समक्ष भी पेश नहीं हुए थे। उन्होंने सवाल किया, ‘‘भाजपा नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तलब क्यों नहीं किया जा रहा है?’’

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *