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पिंपरी : पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के लेखापरीक्षा विभाग (Audit Department) के माध्यम से विभिन्न विभागों का लेखापरीक्षा कार्य चल रहा है। इस ऑडिट में बड़ी संख्या में आपत्तियां लंबित हैं। लेखापरीक्षा में लंबित आपत्तियों की संख्या अधिक होने के कारण कमिश्नर और प्रशासक शेखर सिंह ने आपत्तियों के निस्तारण के लिए अतिरिक्त आयुक्त स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक करने का आदेश दिया है।
महानगरपालिका में संपत्ति कर संग्रह विभाग, वास्तु विभाग, निर्माण परमिट, चिकित्सा विभाग, गोदाम महत्वपूर्ण विभाग हैं। महानगरपालिका के प्रत्येक विभाग की फाइल में लेखापरीक्षा विभाग के माध्यम से आपत्तियों को दूर करने और त्रुटियों को दूर करने का कार्य होता है। इसके अनुसार महानगरपालिका का लेखा परीक्षा विभाग वर्ष 2005 से 2015 तक की लंबित आपत्तियों को दूर कर त्रुटियों को दूर करने का कार्य कर रहा है। कमिश्नर शेखर सिंह ने इन 10 वर्षों के दौरान सभी विभागों की फाइलों में हुई त्रुटियों को दूर करने का लक्ष्य मार्च 2023 रखा है। इसके लिए कमिश्नर सिंह ने हाल ही में मनपा के सभी विभाग प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की।
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नियमित आधार पर पालन करने की आवश्यकता
कमिश्नर सिंह ने सभी विभाग प्रमुखों को वर्ष 2005 से 2015 की अवधि के दौरान की गई आपत्तियों की जानकारी लेखापरीक्षा विभाग को देने के निर्देश दिए हैं। चूंकि इन दस वर्षों के दौरान लंबित लेखापरीक्षा आपत्तियों की संख्या बहुत अधिक है, इसलिए इसका नियमित आधार पर पालन करने की आवश्यकता है। इसके लिए कमिश्नर ने एक प्रक्रिया तय की है। मुख्य लेखापरीक्षक प्रमोद भोसले को लेखापरीक्षा में लंबित आपत्तियों के लिए बैठकों के आयोजन और समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें आपत्तियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी भी दी गई है। साथ ही जल्द से जल्द ऑडिट कराने के लिए अपर आयुक्त के स्तर पर हर महीने बैठक आयोजित की जाए। कमिश्नर शेखर सिंह ने अपने आदेश में लेखापरीक्षण की तिमाही रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
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