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नागपुर. फर्जी दस्तावेज देकर सेल्फ ड्राइविंग कार उड़ा ले जाने वाली 1 गैंग को वाड़ी पुलिस ने दबोचा. 3 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में और न्यायालय ने उन्हें 13 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए. पकड़े गए आरोपियों में कर्जत, अहमदनगर निवासी आदित्य कैलाश सरोदे (30), कारंजा, नाशिक निवासी नितिन कचरू चौगुले (42) और हिंगनघाट, वर्धा निवासी आशीष ईश्वर कांबले (32) का समावेश हैं. तीनों आरोपी ऑटो डीलिंग के व्यवसाय से जुड़े होने की जानकारी मिली है.
पुलिस ने जूम कार के प्रतिनिधि राकेश थुलकर (35) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. 31 दिसंबर को आरोपियों ने जूम कार की एप्लीकेशन से एमएन-31/एसई-9806 नंबर की सेल्फ ड्राइविंग कार बुक की. इसके लिए आकाश बोराड़े के नाम का आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस की जेराक्स जमा करवाई. यह कार दीपांकर बारसागड़े नामक व्यक्ति ने कंपनी में अटैच की थी. 31 दिसंबर की शाम वाड़ी थानांतर्गत आठवां माइल परिसर से आरोपी कार लेकर निकले और इसके बाद से उनका कुछ अता-पता नहीं था.
कंपनी ने दिए गए फोन नंबरों पर कॉल किया लेकिन जवाब नहीं मिला. 2 दिन पहले दोबारा तीनों आरोपियों उसी योजना के तहत एक गाड़ी बुक की. इस बार कंपनी के लोगों ने सावधानी से काम लिया. आरोपियों ने किसी दूसरे व्यक्ति के नाम का आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस भेजा था. वह भी फर्जी था.
इसकी जानकारी मिलते ही वाड़ी पुलिस ने जाल बिछा लिया. फोन नंबर के जरिए आदित्य सरोदे का टावर लोकेशन खंगाला गया. उसके नागपुर में होने की जानकारी मिली. तुरंत एक टीम ने उसे दबोच लिया. अन्य 2 साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पहले किराए पर ली गई कार आरोपियों ने किसी को बेच दी थी. एक टीम वाहन जब्त करने के लिए नाशिक रवाना हो गई है. पुलिस हिरासत में उनसे और भी घटनाओं की जानकारी ली जा रही है.
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