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पिंपरी: इस बार इंद्रायणी नदी (Indrayani River) में पर्याप्त पानी है, लेकिन इसमें गांव का गंदा पानी मिल रहा है। देहू नगर पंचायत प्रशासन (Dehu Nagar Panchayat Administration), महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Maharashtra Pollution Control Board) और जिलाधिकारी को इस संबंध में पत्र (Letter) भेजकर गांव का गंदा पानी इंद्रायणी नदी में नहीं छोड़ने की मांग संस्थान ने की है। वैकुंठ स्थान का गंदा पानी हर दिन इंद्रायणी नदी में छोड़ा जाता है। यहां पर भक्त स्नान कर तीर्थ के रुप में यहां का पानी पीते है। ऐसे में किसी भी तरह की अनुचित घटना होती है तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। यह चेतावनी ट्रस्टी संजय महाराज मोरे ने दी है।
जगतगुरु संत श्री तुकाराम महाराज सम्मेलन गुरुवार 9 मार्च को होगा। इसमें लाखों भक्त देहू में आएंगे। भक्तों के स्वास्थ्य, आवास और पीने के लिए स्वच्छ पानी की सुविधा संस्था ने की है। संत तुकाराम महाराज सदेह वैकुंठ गमन कार्यक्रम का यह 375वां वर्ष है। राज्य के कोने-कोने से लाखों भक्त दर्शन के लिए यहां आते है। इन भक्तों को विभिन्न तरह की सुविधाएं देने के लिए संत तुकाराम महाराज संस्थान ने तैयारी की है। इस संबंध में संस्थान के अध्यक्ष नितिन महाराज मोरे ने जानकारी दी है।
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लगाए गए 32 सीसीटीवी कैमरे
भक्तों की सुरक्षा के लिए 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। वैकुंठ गमन कार्यक्रम की जगह पर सीसीटीवी कैमरे नजर आएंगे। दिंडी प्रमुख, सरकार के सभी विभागों के अधिकारी से संस्थान ने पत्र व्यवहार किया है।
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