Maharashtra Budget Session 2023 | बे-मौसम की बारिश पर विपक्ष आक्रामक, विधान भवन के बाहर और सदन में सरकार को घेरा

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मुंबई: राज्य में हुए बे-मौसम की बारिश (Unseasonal Rains) से कई जिलों में किसानों (Farmers) की खड़ी फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों के मुद्दे पर विपक्ष ने आक्रामक भूमिका अख्तियार किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे (Ambadas Danve) के नेतृत्व में समूचे विपक्ष ने विधानभवन परिसर में सदन के अंदर और बाहर किसानों को मुआवजा देने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि सरकार की तरफ से उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि नुकसान का पंचनामा किया जा रहा है।  

बजट सत्र के दूसरे सप्ताह के पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरु होने के पहले विपक्ष ने विधानभवन की सीढ़ी पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। विधायक किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। विपक्ष का कहना था कि सरकार के मंत्री होली के दौरान रंग खेलने में मग्न हैं, दूसरी तरफ किसानों का जीवन बदरंग हो रहा है। 

अजीत पवार ने उठाया किसानों के नुकसान का मुद्दा

विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव के तहत बेमौसम बारिश की वजह से किसानों के नुकसान का मुद्दा विपक्ष के नेता अजीत पवार ने उठाया। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गई हैं। गेहूं, प्याज, टमाटर, चना, मक्का, ज्वार की फसलों के अलावा अंगूर, संतरा, आम को बड़ा नुकसान हुआ है। बारिश की वजह से पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं। किसानों की हालत बहुत ही ख़राब है। हाथ में आयी फसल चली गयी। सब्जियां खराब हो गईं। अजीत पवार ने सवाल किया कि राज्य  सरकार क्या केंद्र सरकार की टीम तुरंत बुलाएगी? क्या उनकी कुछ मदद होगी?  उन्होंने तुरंत राहत घोषित किये जाने की मांग की।

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प्याज और कपास किसानों की समस्या गंभीर: नाना पटोले

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी अपनी राय रखते हुए कहा कि आज दूसरा काम बंद कर केवल किसानों के मुद्दे पर बात की जाए। उन्होंने कहा कि प्याज और कपास किसानों की समस्या गंभीर है। प्याज की अभी तक खरीदारी नहीं हुई है। उन्होंने कपास में कीड़े लगने से लोगों को चर्म रोग होने की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। तो वहीं छगन भुजबल ने भी आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए कहा जब  होली खेल रही थी तो किसानों की जिंदगी बेरंग हो रही थी।  छगन भुजबल ने अपना गुस्सा इन शब्दों में व्यक्त किया कि नासिक में पूरा गांव बिक गया है।

बेमौसम बारिश से 13 हजार 729 हेक्टेयर खेती को नुकसान 

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार ने बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों की जानकारी मंगाई है और शेष जानकारी जुटाई जा रही है। पंचनामा का काम किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि आठ जिलों में कुल 13 हजार 729 हेक्टेयर खेती को नुकसान हुआ है। पालघर जिले के विक्रमगढ़ और जव्हार क्षेत्र में 760 हेक्टेयर काजू और आम की फसल को नुकसान हुआ है। नासिक में 2,685 हेक्टेयर गेहूं, सब्जियां, अंगूर और आम को नुकसान पहुंचा है। धुले में 3 हजार 184 हेक्टेयर में ज्वार, केला, पपीता को नुकसान हुआ है। इसी तरह नंदुरबार में 1576 हेक्टेयर मक्का, गेहूं, चना, केला, पपीता, आम की फसल को नुकसान हुआ है।   

देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार में नोंक-झोंक 

किसानों के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और विपक्ष के नेता अजीत पवार के बीच हल्की नोंक-झोंक भी देखने को मिली। अजीत पवार ने देवेंद्र फडणवीस की जानकारी पर आपत्ति जताते हुए इस पर ठोस कदम उठाने की मांग की। जिस पर नाराजगी जताते हुए देवेंद्र फडणवीस ने सवाल खड़ा किया कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय आये चक्रवाती तूफ़ान से हुए नुकसान का मुआवजा अब तक क्यों नहीं दिया गया।



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