– सुबह, दोपहर के साथ रात्रिकालीन सफाई, डस्टबिन भी नियमित किए जा रहे हैं खाली
– स्वच्छता के साथ पर्यावरण संरक्षण पर जोर, गार्डनों में नियमित रूप से हो रहा पानी का छिड़काव
देवास। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत शहर में सफाई के प्रत्येक बिंदु पर फोकस किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कार्य हो रहे हैं। सड़कों एवं सार्वजनिक स्थानों पर कचरा न फैले, इसे देखते हुए सुबह, दोपहर एवं रात्रि में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। यहीं कारण है कि अब शहर के सार्वजनिक स्थल सहित गली-मोहल्ले साफ नजर आ रहे हैं।
नगर निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान के मार्गदर्शन में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गर्मी के मौसम में कचरा हवा में दूर-दूर तक फैलता है। रास्तों पर कचरा ना फैले इसके मद्देनजर दिन में तीन बार सफाई की जा रही है। मुख्य बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर भी जोर दिया जा रहा है। रात्रिकालीन सफाई स्वीप मशीन से हो रही है। इस मशीन से सड़कों पर डिवाइडर के समीप जमी धूल पूरी तरह से साफ हो जाती है। नाले-नालियों में गंदगी का जमाव ना हो, इसके लिए नियमित रूप से नाले-नालियों की सफाई करवाते हुए कीटनाशक का छिड़काव हो रहा है। इधर रात्रिकालीन सफाई के दौरान डस्टबिनों से कचरा हटाकर उन्हें पानी से साफ भी किया जा रहा है। पॉलीथिन से मुक्ति के लिए शहरवासियों को जागरूक करने के लिए मेरा झोला लिखे हुए फ्लैक्स-बैनर भी नगर निगम ने जगह-जगह लगाए हैं।
गार्डन में नियमित रूप से हो रहा पानी का छिड़काव-
नगर निगम स्वच्छता अभियान के साथ ही पर्यावरण संरक्षण पर भी काम कर रहा है। शहर में स्थित बगीचों में गर्मी के मौसम में नियमित रूप से पानी का छिड़काव हो रहा है। पौधों को भी पानी दिया जा रहा है। पानी मिलने से पौधे हरेभरे है। बगीचे में सैर के लिए आने वाले लोगों को हरियाली सुकून दे रही है। नगर निगम की टीम गाजर घास हटाने का कार्य भी मशीन से कर रही है। डिवाइडरों की रोटरियों पर जो पौधे हैं, वे तेज धूप में मुरझाए नहीं इसके लिए उनमें टैंकरों की सहायता से रात्रि में पानी डाला जा रहा है।
स्वच्छता बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी-
नगर निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान ने कहा कि हमारी टीम शहर में स्वच्छता के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। शहर में स्वच्छता बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। घरों व दुकानों से निकलने वाले कचरे को कचरा वाहन में ही डाले। पर्यावरण में सुधार के लिए पॉलीथिन का उपयोग न करें। घर से जब सामान लेने के लिए जाए तो साथ में कपड़े का झोला अवश्य रखें। अन्य लोगों को भी पॉलीथिन का उपयोग न करने दें।
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