प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के अवसर पर योग चेतना विज्ञान धर्मार्थ सेवा संस्थान, रूणिजा (म.प्र.) और प.पू. गरुड़दासजी महाराज ध्यान साधना एवं सेवा न्यास, आगरोद (म.प्र.) द्वारा भव्य और आध्यात्मिक आयोजन किए जाएंगे। इन आयोजनों में श्रद्धालुओं के लिए ध्यान, साधना, यज्ञ और भंडारे जैसी दिव्य गतिविधियां होंगी।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
1. ध्यान शिविर- 13 से 16 जनवरी तक प्रतिदिन सुबह 6 से 8 बजे तक ध्यान शिविर का आयोजन होगा। इसमें आध्यात्मिक साधना के माध्यम से आत्मिक शांति प्राप्ति का मार्ग बताया जाएगा।
2. श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ : (30 जनवरी से 5 फरवरी): इस दिव्य महायज्ञ में मां गंगा का दुग्ध अभिषेक, गुरुचरण पादुका पूजन, भगवान श्री लक्ष्मीनारायण का सहस्त्र अर्चन और हरे राम हरे कृष्ण महामंत्र का जाप किया जाएगा।
3. धार्मिक पाठ और अनुष्ठान: रामचरितमानस पाठ और श्रीमद्भागवत महापुराण का मूल पाठ श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा।
4. भोजन-भंडारा: नियमित रूप से श्रद्धालुओं के लिए भोजन-भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी आगंतुक प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे।
प्रत्येक कुंभ में करते हैं आयोजन: भरत दासजी और कृष्णगोपाल दासजी ने जानकारी देते हुए बताया, कि महंत महामंडलेश्वर योगीराज स्वामी श्री गरुड़दासजी महाराज द्वारा प्रत्येक कुंभ स्थल पर यज्ञ का आयोजन और साधु संतों की सेवा होती रहती है। इस महाकुंभ पर्व पर श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के साथ अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे, जिसमें साधु-संतों के साथ अन्य धार्मिक श्रद्धालु भी सम्मिलित होंगे।
उद्देश्य: इस आयोजन का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को ध्यान, साधना और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करना है। साथ ही मां गंगा और भारतीय संस्कृति के प्रति श्रद्धा व्यक्त करना है।
उन्होंने कहा धार्मिकता, सेवा और साधना के इस आयोजन में सभी श्रद्धालु सादर आमंत्रित हैं।
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