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नव नियुक्त शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने दी विशेष ट्रेनिंग

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  • पढ़ाने के तरीकों के साथ-साथ समझाया ऐसे करें विभागीय कार्यों को

देवास। आमतौर पर शिक्षा विभाग अपने शिक्षकों को स्कूल में बच्चों को पढ़ाने संबंधी प्रशिक्षण शिविर लगाता है। इस बार विभाग ने अनूठा प्रयोग किया है। यह प्रयाेग शिक्षक के लिए उस समय बेहद उपयोगी साबित होगा, जब वह शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं से जुड़े कार्य करेगा। विभाग की ओर से नारायण विद्या मंदिर क्रमांक एक में नव नियुक्त शिक्षकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करने के लिए पांच दिवसीय प्रेरण प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। इस शिविर के माध्यम से शिक्षकों ने अध्यापन के साथ-साथ विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन का प्रशिक्षण प्राप्त किया।

शिविर में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक नव नियुक्त शिक्षकों को शामिल किया गया। इसमें 144 शिक्षक शामिल हुए। शुक्रवार को प्रशिक्षण शिविर का समापन था। पांच दिवसीय शिविर में सुबह 9.30 से शाम 5 बजे तक प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर के साथ रिटार्यड शिक्षकों सहित विभागीय लेखापाल व अन्य शिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य नव नियुक्त शिक्षकों को विभागीय कार्यों की जानकारी देना था। कई शिक्षिकाएं अपने साथ छोटे बच्चों को लेकर भी आई थी। बच्चों की देखरेख के साथ-साथ शिक्षिकाओं ने उत्साह से यह प्रशिक्षण लिया। शिक्षा विभाग ने प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों के ठहरने व भोजन की व्यवस्था भी की।

शिक्षक के लिए विभागीय गतिविधियों को जानना जरूरी-

एडीपीसी ओपी दुबे ने बताया कि नव नियुक्त शिक्षक अध्यापन संबंधी प्रशिक्षण तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन शिक्षा विभाग की योजनाओं संबंधी जानकारी उन्हें नहीं होती है। कर्मचारी के लिए विभागीय गतिविधियों को जानना बेहद जरूरी होता है। उसे अवकाश की पात्रता कितनी है, अवकाश लेने के लिए क्या करना होगा, चिकित्सा परिचर्या क्या है, सूचना के अधिकारी अधिनियम, कर्मचारी आचरण नियम आदि को जानना उसके लिए जरूरी है। श्री दुबे ने बताया कि ये कार्य ऐसे हैं, जिनके क्रियान्वयन में नव नियुक्त शिक्षकों को परेशानी होती है। अब यहां से ट्रेनिंग लेकर शिक्षक इन कार्यों को आसानी से कर सकेंगे। शिक्षा विभाग के सहायक संचालक व मास्टर ट्रेनर अजय सोलंकी, जगन्नाथ डामेचा, ममता पारिख, राजेंद्र वर्मा ने पांच दिनों तक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया।

शिक्षकों ने निकाला दीवार अखबार-

ट्रेनिंग के दौरान शिक्षकों ने रचनात्मक कार्य भी किए। बच्चों के सामान्य ज्ञान में बढ़ोतरी के लिए दीवार अखबार निकाला। इसमें शिक्षकों ने सम-सामयिक समाचारों का संकलन किया और अपने हाथों से लिखकर बोर्ड पर चस्पा किए। इसका उद्देश्य बच्चों को देश-दुनिया में क्या चल रहा है इसकी जानकारी देना है। शिक्षकों ने इस अखबार का शीर्षक ‘नव प्रेरणा’ रखा है। अखबार के साथ-साथ बच्चों को सीखाने के तरीकों की फाइल तैयार की। इस आधार पर बच्चे रटने के बजाय विषय को समझेंगे।

कुल 370 शिक्षक हुए प्रशिक्षित-

शिक्षा विभाग के सहायक संचालक अजय सोलंकी ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी हीरालाल खुशाल के मार्गदर्शन में प्रेरण प्रशिक्षण में कुल 370 शिक्षकों को तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया गया। यह अंतिम प्रशिक्षण शिविर था। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों ने नव नियुक्त शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है। साथ ही हमने सेवानिवृत्त शिक्षाविदों को भी प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित किया था। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षकों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।

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