– नारायण विद्या मंदिर क्रमांक एक में आयोजित की कार्यशाला
देवास। नारायण विद्या मंदिर क्रमांक 1 के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय में मिट्टी के गणेशजी बनाने की कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में उज्जैन से आए कलाकार आशुतोष पंडित एवं सहायक के रूप में सरिता मालवीय सहायक शिक्षिका उपस्थित हुई। श्री पंडित ने विद्यार्थियों को मिट्टी से गणेशजी की मूर्ति बनाने की विधि चरणबद्ध तरीके से बताई। इस विधि से विद्यालय के 101 विद्यार्थियों ने मिट्टी के गणेशजी बनाए। स्कूल प्राचार्य कैलाशचंद्र गुप्ता ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि हमारे शास्त्रों में मिट्टी से बनाई मूर्ति का ही महत्व बताया गया है, लेकिन आजकल बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां ही अधिक बिकती है। ये मूर्तियां पानी में घुलती नहीं है और इससे प्रदूषण भी फैलता है। पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए भी मिट्टी से बनाई मूर्तियों की ही स्थापना की जाना चाहिए। इस अवसर शिक्षा विभाग के सहायक संचालक अजय सोलंकी ने भी उपस्थित रहकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। साथ ही विद्यार्थियों द्वारा बनाई मूर्तियों की प्रशंसा की। कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षक सरिता पाटीदार, मिर्जा मुशाहिद बैग, पम्मी नाथ, कैलाश नारायण शुक्ला, मनीषा श्रीवास्तव, प्रमिला राठौड़, अनुज जयसवाल, मनोहर पटेल, राधेश्याम सोलंकी, तरुण परमार आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मिर्जा मुशाहिद बैग ने किया एवं आभार अनुज जयसवाल ने माना।
————————————
मिट्टी के गणेशजी की मूर्ति स्थापना को लेकर चलाया अभियान
देवास। गणेश चतुर्थी के अवसर पर शहरभर में बड़े स्तर पर गणेशजी की स्थापना की जाएगी। भक्तों और दुकानदारों को जागरूक करते हुए दुकान-दुकान पर सोमवार को नगर जनहित सुरक्षा समिति द्वारा जन जागरण अभियान चलाया गया। मूर्ति लेने आने वाले भक्तों को दुकानों पर समझाइश दी गई कि मिट्टी की ही मूर्ति की स्थापना की जाए, जिससे वातावरण प्रदूषित होने से बचेगा और मिट्टी की प्रतिमा विसर्जित करने पर आसानी से पानी में घुल जाएगी। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां घुलनशील नहीं होने के कारण वह पानी में भी वैसे ही पड़ी रहती है। जिससे पानी प्रदूषित होता है। इसलिए मिट्टी के गणेशजी की ही स्थापना की जाएं। इस अवसर पर अनिलसिंह बैस, विजयसिंह तंवर, विनोदसिंह गौड़, सुनीलसिंह ठाकुर, सुभाष वर्मा, जाकिर हुसैन नजमी, सत्यनारायण यादव, अनूप दुबे आदि उपस्थित थे।
Leave a Reply