टीमें घर-घर जाकर कर रही फीवर, लार्वा सर्वे, लोगों को दी जा रही बचाव की जानकारी
देवास। मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शिवेन्द्र मिश्रा ने बताया कि देवास जिले के ग्राम माधोपुर खेडा में वायरल फीवर के कारण विगत दिनों दो बालिकाओं कि मौत हो गयी थी । स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा निरंतर मरीजों की जांच और उपचार किया जा रहा है। मरीजों के ब्लड सैंपल लिए गए और संपूर्ण ग्राम में फीवर सर्वे ,लार्वा सर्वे और टेमोफास का छिड़काव किया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ मिश्रा ने बताया कि ग्राम में चिकित्सकीय टीम द्वारा निरंतर कैंप लगाया जा रहा है। घर-घर जाकर मरीजो की जानकारी ली जा रही है। इसके लिए 4 सदस्य 15 टीमो का गठन किया गया साथ ही कैंप लगाकर पूरे ग्राम में सतत स्वास्थ्य सेवा प्रदाय की जा रही है। घर-घर भ्रमण कर मरीजो की सतत निगरानी की जा रही है, गांव में फीवर सर्वे लार्वा सर्वे किया। टीम को घर-घर भ्रमण के दौरान कुछ घरो में डेंगू लार्वा पाया गया। इसके विनिष्टीकरण की कार्यवाही की गयी। लोगो को साफ-सफाई रखने की जानकारी दी तथा बुखार रोगियों का ब्लड सैंपल लिए जाकर उसकी जांच कराई जा रही है। ग्राम में अब तक 181 व्यक्तियों कि जाॅच कर तहत अभी तक 37 फीवर के रोगियों के ब्लड सैंपल लिए गए। जिसमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और हेपेटाइटिस बी,सी की जांच की जा रही है। पूर्व मे लिये सैम्पल में एक महिला डेंगू पाॅजिटिव आई है इनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
सीएमएचओ डॉ मिश्रा ने बताया कि ग्राम में हुई मृत्यु की जाच के लिये चिकित्सकीय टीम द्वारा निरन्तर ग्रामवासियों और मरीजो के साथ जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर वर्तमान स्थिति बीमारी की रोकथाम और नियंत्रण कि कार्यवाही कि जा रही है। डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया, टाइफाइड की जाॅच हेतु नमूना एकत्र कर जाॅच की जा रही है। मच्छर नियंत्रण और स्वास्थ्य देखभाल के लिए गांव में जागरूकता गतिविधियां करने ,लार्वा सर्वेक्षण ,टेमेफोस स्प्रे ,पानी का नमूना संग्रह, घर-घर सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है । जिला स्तर और ब्लाॅेक स्तर से चिकित्सकीय टीम निरन्तर भ्रमण कर निगरानी रख रही है। और उचित कार्यवाही कर रही है। जिससे स्थिति नियंत्रण में है।
सीएमएचओ डॉ मिश्रा ने कहा किअब सभी को सतर्कता और ध्यान देने की आवश्यकता है डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर दाने, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द कुछ गंभीर मामलों में रक्तस्राव और सदमा होता है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है लक्षण हो तो तुरंत ही चिकित्सक को दिखाए और जांच करवाए।
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