– भोमियाजी हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं ने किया पूजन-अर्चन
– जहां रामधुन चलती है, वहां हनुमानजी विराजमान रहते हैं- विद्याधर वैष्णव
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। बेहरी-बागली मार्ग स्थित जोरावरपुरा में प्राचीन मनकामनेश्वर भोमियाजी हनुमान मंदिर में लगातार 16वें वर्ष में प्रवेश करते हुए अखंड रामचरितमानस का पाठ होलाष्टक से आरंभ हुआ। रामचरितमानस का पाठ लगातार 36 दिन तक चलेगा।
मनकामनेश्वर भोमियाजी मंदिर में शनिवार को श्रीराम भक्त हनुमानजी की आराधना करते हुए रामायण आरंभ की गई। पं. यज्ञाचार्य चंद्रप्रकाश शास्त्री, पुष्कर शर्मा, विवेक अग्निहोत्री, प्रियांशु शर्मा, नारायण शर्मा व 11 बटुक ब्राह्मणों द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर रामायण आरंभ की गई।
इस अवसर पर यजमान बागली एसडीओपी सृष्टि भार्गव ने पूजा-पाठ कर रामायण प्रारंभ की। भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गोविंद यादव, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, प्रेमनारायण पाटीदार, देवकरण यादव, रामचंद्र दांगी, जय गोस्वामी आदि श्रद्धालुओं की उपस्थिति में रामधुन के साथ रामायण आरंभ की गई। गौरतलब है कि, वर्ष 2008 से यह रामायण पाठ जारी है।
मंदिर के पुजारी विद्याधर वैष्णव के अनुसार कलियुग में राम भक्त हनुमान साक्षात रूप से भक्तों को दर्शन देने एवं उनके दुख हरने के लिए मौजूद है। जहां रामधुन चलती है, वहां हनुमानजी विराजमान रहते हैं, इसलिए सवा महीने तक चलने वाली इस रामायण स्थान के दर्शन करने मात्र से श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होगी, वही शनि एवं राहु-केतु की दशा भी परिवर्तित होगी। मनकामेश्वर भोमियाजी मंदिर में लगातार 36 दिन तक चलने वाली रामायण में श्रद्धालु आकर रामायण पढ़ भी सकते हैं। इस अवसर पर मुन्नालाल पंचोली परिवार ने रुद्राभिषेक भी किया।
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