- सोबल्यापुरा के फरियादियों ने स्व प्रेरणा से वापस लिए मुकदमे
बागली। आनंद ग्राम सोबल्यापुरा में विगत दिनों आनंद संस्थान देवास की पहल पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव निहारिका सिंह की उपस्थति में विधिक शिविर का आयोजन हुआ था। शिविर में संस्थान की संभागीय समन्वयक व डिस्ट्रीक प्रोग्रामर डॉ. समीरा नईम के आह्वान पर ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि तथा मानव उत्थान सेवा समिति के लक्ष्मणसिंह परिहार ने गांव को विवाद मुक्त बनाने की पहल की। उन्होंने आगामी नेशनल लोक अदालत में स्वयं व उनके साथियों द्वारा अन्य लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की सार्वजनिक घोषणा की थी।
इस पर अमल करते हुए आज लोक अदालत में उन्होंने मुकदमे वापस लेकर गांव में शांतिपूर्ण वातावरण की पहल की।
नेशनल लोक अदालत में आनंद ग्राम सोबल्यापुरा में सरपंच प्रतिनिधि श्री परिहार ने ग्राम को विवाद मुक्त बनाने की पहल की। लोक अदालत के अवसर पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी वीणा अग्निहोत्री के समक्ष तथा वरिष्ठ अभिभाषक प्रवीण चौधरी, सूर्यप्रकाश गुप्ता के प्रयासों से पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष श्यामा तोमर, शिक्षक वारिस अली की सहभागिता से श्री परिहार ने अपनी ओर से दर्ज प्रकरण तथा साथी जितेंद्र काग, सरिता काग, गुलाब सिंह, चंपालाल चंदेल, प्रवीण बघेल आदि ने तथा एक अन्य साथी राकेश बघेल ने बगैर शर्त प्रकरण वापस ले लिए। प्रकरण वापस लेने से आरोपियों ने धन्यवाद के साथ आभार प्रकट किया।
सीर्वी महासभा के देवास जिला अध्यक्ष नत्थूसिंह गहलोत, प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्रसिंह परिहार, हरिसिंह पटेल पांजरिया, गब्बूसिंह बर्फा, न्यादरसिंह राठौर, लखन पटेल, हमीरसिंह पटेल, ओमप्रकाश पटेल आदि ने इस पहल को सीर्वी समाज की एक आदर्श पहल बताते हुए सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की।
माननीय न्यायाधीश द्वारा अपराध मुक्त आनंद व निर्मल गांव की दिशा में निर्णय को अनुकरणीय बताते हुए ग्राम के सभी लोगों से मध्यस्थता के माध्यम से इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए कहा। इस अवसर पर सभी फरियादी अभिभाषक मयंक गुप्ता के साथ उपस्थित रहे। न्यायालय परिसर में उपस्थित लोगों ने श्री परिहार की प्रशंसा की तथा आनंद संस्थान देवास के इस हेतु जारी प्रयास को सराहनीय बताया। इस सार्थक पहल में सोबल्यापुरा सरपंच आनुबाई परिहार, वरिष्ठ अभिभाषक राजेंद्र ईनाणी, अभिषेक ईनाणी, महेंद्र पाटीदार, कुणाल चौधरी, मुकेश गुर्जर आदि का भी सहयोग रहा।
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