उज्जैन। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर लोको कॉलोनी के पास पूर्व में डीजल इंजिन का टी.आई.शेड (इंजिन रखरखाव कारखाना) था जिसे काफी समय पूर्व बन्द कर दिया गया है और यहाँ के स्टाफ को इंदौर तथा रतलाम स्थानांतरित कर दिया गया है।यहाँ पर बनी दो लाइनों में इंजिनों की जाँच हेतु गोदी (Pit)भी बनी हुई है और कवर्ड शेड भी है
वर्तमान में यह स्थान खाली पड़ा हुआ है जहाँ भविष्य में अतिक्रमण होने की संभावना है।
इस स्थान पर मेमू ट्रेन का,(लोकल ट्रेन)के मेंटेनेंस का शेड,कारखाना बन सकता है क्योंकि वर्तमान में रतलाम मण्डल में मेमू के रैक बढ़ने से इनके रखरखाव का
कार्य भी बढ़ रहा है।अभी मेमू का सारा रखरखाव बड़ोदा शेड के पास है।रतलाम रेल मंडल में मेमू रैक बढ़ने से भविष्य में इनकी मरम्मत हेतु मण्डल में ही शेड की आवश्यकता होगी।अभी भी उज्जैन स्टेशन पर दिन भर मेमू के डब्बे पड़े रहकर रनिंग लाइन घेरते हैं उन्हें शेड में रखवा दिया जाएगा तो उनका उचित रखरखाव ,साफ सफाई भी हो सकेगा और स्टेशन की लाइनें भी खाली रह सकेंगी। ऐसा ज्ञात हुआ है कि रेल प्रशासन यह मेंटेनेंस शेड लक्ष्मीबाई नगर ,इंदौर में बनवाने जा रही है जहाँ अभी कोई व्यवस्था नही है और पिट आदि बनाने में काफी व्यय भी होगा।
उज्जैन में मेमू का टी आई शेड बनता है तो रेलवे को काफी कम लागत लगेगी क्योंकि भूमि ,रेल लाइनें और पिट आदि पूर्व से उपलब्ध है।
स्थानीय प्रतिनिधि इस पर ध्यान दें तो उज्जैन को यह कारखाना मिल सकता है जिससे न सिर्फ रेलवे को राजस्व की बचत होगी बल्कि शहर की क्रय शक्ति में भी वृद्धि ही होगी।
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