देवास। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास मधुसूदन मिश्र के मार्गदर्शन में जिले के समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर इस वर्ष की प्रथम ’नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया गया।
प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास श्री मिश्र द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश मधुसूदन मिश्र ने संबोधित कर लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर लोक अदालत प्रभारी दिनेश प्रसाद मिश्र ने संबोधित करते हुए व्यक्त किया, कि न्यायालय के प्रति समाज में सदैव से आस्था रही है। लोक अदालत सुलभ न्याय पाने का सबसे उपयुक्त जरिया है।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण निहारिका सिंह ने नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने के लिए उपस्थित लोगों को लोक अदालत के लाभ बताए तथा अपील की गई, कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य प्रकरण लोक अदालत के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करें। साथ ही खंडपीठ के पीठासीन न्यायिक अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया।
नेशनल लोक अदालत में सिविल, आपराधिक, विद्युत अधिनियम, एनआई एक्ट, चेक बाउंस, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा, बीएसएनएल आदि विषयक प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला मुख्यालय देवास एवं तहसील स्तर पर सोनकच्छ, कन्नौद, खातेगांव, टोंकखुर्द एवं बागली में 22 न्यायिक खंडपीठों का गठन किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रधान जिला न्यायाधीश श्री मधुसूदन मिश्र एवं निहारिका सिंह द्वारा विद्युत कंपनी, नगर निगम, बैंक, बीएसएनएल, बीमा कंपनी के स्टॉल पर जाकर तथा खंडपीठों का भ्रमण कर समस्त संबंधित अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया। राजीनामा करने वाले पक्षकारगण को स्मृति स्वरूप फलदार और फूलों के पौधे भेंट किए गए एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया।
इस दौरान दिनेश प्रसाद मिश्र विशेष न्यायाधीश, निहारिका सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनीषसिंह ठाकुर प्रथम जिला न्यायाधीश, डॉ. महजबीन खान प्रथम अतिरिक्त जिला न्यायाधीश, सोनल पटेल द्वितीय जिला न्यायाधीश, रविकांत सोलंकी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, न्यायाधीश रश्मि खुराना, प्रियांशु पांडे, अब्दुल अजहर अंसारी, श्वेता अग्रवाल, आफरीन युसूफजई, सौरभ जैन, पारूल जैन, संध्या मुद्गल, रॉबिन दयाल जिला विधिक सहायता अधिकारी, डीएन शर्मा अधीक्षण यंत्री विद्युत कंपनी, अहसान अहमद खान एलडीएम बैंक, गोपाल झंवर क्षेत्रीय प्रबंधक मप्र ग्रामीण बैंक, पंकज गुप्ता गेल गैस कंपनी, विद्युत कंपनी एवं बैंक के अधिकारीगण, लीगल एंड डिफेंस काउंसेल स्टॉफ, लोक अभियोजन अधिकारीगण, अधिवक्तागण, पैनल लायर्स, पैरालीगल वालेंटियर्स एवं पक्षकारगण उपस्थित थे।
नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों की जानकारी-
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास श्रीमती सिंह ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में संपूर्ण जिले में गठित 22 न्यायिक खंडपीठों में न्यायालयों के लंबित प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण 233, चैक बाउंस 126, फैमेली मेटर्स 17, विद्युत 168, विविध 89, सिविल के 19, क्लैम के 58 प्रकरण कुल 710 प्रकरण निराकृत हुए, जिसमें राशि 5,59,05,776 अवार्ड की गई एवं 1578 लोग लाभांवित हुए।
निराकृत 58 क्लैम प्रकरणों में राशि 1,37,23,874 के अवार्ड आपसी समझौते के आधार पर पारित किए गए। नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के 126 प्रकरण निराकृत हुए जिनमें 2,75,37,000 रुपए के चेकों की राशि में सेटलमेंट किया गया। 26,46,812 रुपये के 19 सिविल प्रकरणों का निराकरण हुआ।
2431 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया है, जिसमें 1,19,83,037 राशि के अवार्ड पारित किए गए एवं 2982 व्यक्ति लाभांवित हुए।
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