सरल काव्यांजलि की काव्य गोष्ठी आयोजित
उज्जैन। ‘साहित्यकार का स्थान समाज में इसलिए ऊँचा है क्योंकि वह हमेशा समाज को कुछ देने की कोशिश करता है। यह सम्मान किसी व्यक्ति का नहीं, एक साहित्यिक व्यक्तित्व डॉक्टर मोहन बैरागी का है।’ उक्त उद्गार हाल ही में इजिप्ट से राहुल सांकृत्यायन सम्मान लेकर लौटे शहर के कवि डॉ. मोहन बैरागी के सम्मान में संस्था सरल काव्यांजलि द्वारा आयोजित गोष्ठी में साहित्यकार डॉक्टर देवेंद्र जोशी ने व्यक्त किए।
संस्था सरल काव्यांजलि के सचिव डॉ. संजय नागर ने बताया कि सुदामा नगर में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉक्टर मोहन बैरागी ने अपनी इजिप्ट यात्रा और वहाँ मिले सम्मान के अपने अनुभव सुनाए। इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी में नरेन्द्रसिंह अकेला ने ‘ये जर जमीं है आपके लिए/जीता नहीं धर्म कभी पाप के लिए’, सन्तोष सुपेकर ने ‘मुझे देख मीठी मुस्कान से उसने कहा-जय रामजी की’। मोरेश्वर राव उलारे ने ‘वक्त का कहना है आगे बढ़ो, कविताएँ सुनाईं। के.एन. शर्मा ‘अकेला, दिलीप जैन, रामचन्द्र धर्मदासानी एवं हेमन्त भोपाळे ने भी अपनी प्रतिनिधि रचनाएँ सुनाईं। डॉक्टर देवेंद्र जोशी ने रोचक व्यंग्य का पाठ किया। संचालन सन्तोष सुपेकर ने किया। आभार दिलीप जैन ने माना।
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