देवास। इस्कॉन मंदिर संस्था के मुरलीचरण दास एवं ओम ठक्कर ने सतपुड़ा एकेडमी में विद्यार्थियों को मूल्यपदक शिक्षा प्रदान की।
उन्होंने वर्तमान परिवेश में मानसिक दबाव से सामंजस्य बैठाने हेतु विभिन्न प्रकार के सहज उपाय बताए। दैनिक आचरण, विचार, कृत्य के बारे में बताया।
श्री ठक्कर ने गीता को मुख्य मार्गदर्शक बताते हुए कहा, कि दैनिक जीवन में गीता को उपयोग में लाकर हम सहज ही अपने
सभी लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति के वैज्ञानिक आधार को उजागर कर पाश्चात्य संस्कृति से दूरी बनाने की सलाह वर्तमान पीढ़ी को प्रदान की। बताया, कि भारतीय संस्कृति पुरानी एवं वैज्ञानिक आधार पर हमारे हमारे आचरण को श्रेष्ठ बनाती है। कार्यक्रम में स्वागत प्राचार्य अमित तिवारी ने किया। आभार संस्था संचालक भानुप्रताप सैंधव ने माना।
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