कांटाफोड़। शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितम्बर को नई दिल्ली में मनोज दुबे को, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड “शिक्षकश्री अवार्ड” से सम्मानित किया जाएगा। नई दिल्ली के कृष्ण मेनन सभाग्रह में आयोजित गरिमामय समारोह में नेपाल के महामहिम प्रथम उपराष्ट्रपति न्याय मूर्ति परमानंद झा के मुख्य आतिथ्य में यह सम्मान दिया जाएगा। नगर कांटाफोड़ के नाम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शैक्षिक एवं साहित्यिक कार्य के द्वारा कई बार गौरवान्वित करने वाले शिक्षक मनोज दुबे को अंतर्राष्ट्रीय मंच भारत-नेपाल सांस्कृतिक समन्वय सम्मेलन एवं राष्ट्रीय शिक्षक सम्मेलन में यह अवार्ड दिया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीर्थंसिंह रावत करेंगे, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय होंगे। कार्यक्रम में 22 देशों के राष्ट्रध्वज के साक्षी एवं प्रतिनिधियों का आतिथ्य रहेगा।
कर्म स्थली से विकास तक के सेवा कार्यों को पूर्ण लगन एवं समर्पण भाव से करने वाले शिक्षक को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खोज कर अवलोकन किया जाता है। अपने विद्यालय के प्रति आत्मा की गहराइयों तक समर्पित इस शिक्षक को इसके पूर्व में भी कई बार शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है।
क्षेत्र में मनोज दुबे का नाम एक आदर्श शिक्षक के रूप में लिया जाता है। अपने विद्यालय में अध्ययन कराने से लेकर, सभी रचनात्मक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले मनोज दुबे अपने स्कूल को अपना आराधना स्थल और अपने छात्र छात्राओं को अपना आराध्य, अपना ईश्वर कहते हैं।
मनोज दुबे एक उत्कृष्ट साहित्यकार एवं फ़िल्म गीतकार भी है। इस अवसर पर उनकी लिखी कविता “शिक्षक” की यह पंक्तियां साथर्क प्रतीत होती है “अब तो एक ही प्रार्थना है मेरे ईश्वर की इस जीवन को, इन बच्चों की आराधना में ही लगाना, मत बनाना मुझे कुछ और हर जन्म में बस एक शिक्षक ही बनाना। मनोज दुबे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतवास में कार्यरत हैं।
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