इंदौर। मधुमेह एक ऐसी बीमार है, जिसके लक्षण सामान्य होते हैं, पर यह धीरे-धीरे शरीर को कमजोर कर देती है।
यह बीमारी सीडेंटरी लाइफ स्टाइल, अनहेल्दी फूड खाने एवं आनुवांशिक भी होती है। धीरे-धीरे मधुमेह के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसे जन जागरूकता के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से रोगियों का उपचार किया जा सकता हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मधुमेह के उपचार के लिए असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मरीजों को नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है। बार-बार पेशाब आना, वजन का घटना या भूखा कम लगना, बहुत ज्यादा प्यास लगना, कमजोरी अथवा थकान होना इत्यादि मधुमेह के मुख्य लक्षण है।
मधुमेह की रोकथाम के लिए शरीर के वजन को सामान्य बनाए रखना, पौष्टिक आहार का सेवन, नियमित व्यायाम, चलना अथवा दौड़ना जैसी गतिविधियां करना, नशीले पदार्थों तंबाकू एवं शराब का सेवन नहीं करना महत्वपूर्ण है। मधुमेह की जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सुविधा सभी हेल्थ एंड वैलनेस केंद्रों पर भी उपलब्ध कराई गई है जिससे मरीजों को नियमित रूप से दवाओं की प्राप्ति हो सके एवं फॉलो किया जा सके। मधुमेह के साथ सामान्य जीवन बताया जा सकता है। मधुमेह की नियमित रूप से जांच बेहद आवश्यक है, जिससे मधुमेह की पड़ताल एवं उसकी प्रारंभिक अवस्था में उपचार हो सके।
Leave a Reply