राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों ने किया समर कैंप का अवलोकन, बच्चों काे दिया मार्गदर्शन–
समर कैंप से बच्चों की छुपी प्रतिभा आती है बाहर: विभाग संघचालक चंद्रावत–
देवास। तुलजा विहार कॉलोनी स्थित सतपुड़ा एकेडमी में समर कैंप का संचालन किया जा रहा है। यहां बच्चों को विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। समर कैंप में 30 से अधिक स्कूलों के 450 से अधिक बच्चे शामिल होकर ग्रीष्म अवकाश का सदुपयोग कर रहे हैं। समर कैंप में क्रिकेट, फुटबाल, स्कैटिंग, टेबल, कराते, टेनिस, स्पोकिंग इंग्लिश, ड्राइंग, आर्ट एंड क्रॉफ्ट, मेहंदी, डांस, संगीत जैसी विधा सीख रहे हैं।
शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों ने समर कैंप का अवलोकन करते हुए बच्चों को मार्गदर्शन दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देवास विभाग संघचालक कैलाश चंद्रावत ने मार्गदर्शन देते हुए कहा कि ग्रीष्म अवकाश में इस प्रकार का समर कैंप करवाना सतपुड़ा एकेडमी के प्रबंधन का सराहनीय कार्य है। समर कैंप से बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा बाहर आती है। इस संस्था में संस्कारयुक्त शिक्षा पर प्रबंधन विशेष ध्यान दे रहा है।
देवास जिला संघचालक मनोहर विश्वकर्मा ने कराते की विधा का अवलोकन करते हुए कहा कि बिना किसी शस्त्र के लड़ाई लड़ी जा सकने वाली कला कराते हैं। इस विधा में आप स्वयं की रक्षा बिना शस्त्र के कर सकते हैं। यहां बच्चों को कराते विधा का बारिकी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक जाधव ने संगीत क्लास का अवलोकन करते हुए कहा कि भीषण गर्मी में बच्चे समर कैंप में बड़े उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। बच्चे देशभक्ति से ओतप्रोत गीत एवं संगीत की कला सीखकर संस्कार एवं राष्ट्रीयता का परिचय दे रहे हैं, जो प्रशंसनीय है। आज वास्तव में प्रत्यक्ष रूप से यह देखकर मुझे बड़ी खुशी हो रही है। सतपुड़ा एकेडमी सामाजिक जनचेतना की केंद्र बनी हुई है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बहादुर मुकाती ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर देवास विभाग धर्म जागरण संयोजक हरिसिंह धनगर, वरिष्ठ स्वयंसेवक दारासिंह वशिष्ठ, शिव शर्मा, सुरेंद्रसिंह सैंधव, मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष रायसिंह सैंधव, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बहादुर मुकाती, भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजबसिंह ठाकुर आदि उपस्थित थे। संचालन समर कैंप के संयोजक दिनेश सांखला ने किया। आभार संस्था संचालक भानुप्रतापसिंह सैंधव ने माना।
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