विकलांगों को सशक्त, स्वावलंबी बनाने के लिए रोजगार केंद्र शुरू करना जरुरी: मगनभाई पटेल

Posted by

Share

[ad_1]

मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेटिस्टिकल एन्ड प्रोग्राम इम्प्लिमेंट्स के अभ्यास द्वारा आज देश में लगभग 2.68 करोड़ विकलांग हैं, जिनमें 1.50 करोड़ पुरुष और 1.18 करोड़ महिलाएं हैं। भारत सरकार के दिव्यांग अधिकारिता विभाग के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पास देश के विकलांगो के लिए कई योजनाएँ हैं।

विकलांग व्यक्तियों के लाभार्थ मे विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर हाल ही में एच.के. कॉमर्स हॉल, अहमदाबाद में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम “हसी खुशी की शाम विकलांगों के नाम” मे ऑल इंडिया एमएसएमई फेडरेशन के प्रमुख एवं विकलांग सहायक केंद्र के पेट्रन चेरमेन श्री मगनभाई पटेलने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने पिछले आठ वर्षों में आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, प्रक्रियाओं का सरलीकरण, स्किल इंडिया, स्वच्छ भारत जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न मिशन और सुधारवादी कदम उठाए हैं। इनोवेशन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, वोकल फॉर लोकल, लेबर बिल, कृषि बिल, कश्मीर में अनुच्छेद 370-35A को निरस्त करना, CAA एक्ट, ट्रिपल तलाक बिल, महिला अधिकारिता, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, नोटबंदी जैसे अनेक सुधारवादी कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर भारत की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए आर्थिक-सामाजिक, शैक्षिक और स्वास्थ्य के संदर्भ में देश के संपूर्ण लोगों का विकास करने और नागरिकों को श्रेष्ठ बनाने का भरपूर प्रयास किया है।

श्री मगनभाई पटेलने आगे बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेटिस्टिकल एन्ड प्रोग्राम इम्प्लिमेंट्स के अभ्यास द्वारा आज देश में लगभग 2.68 करोड़ विकलांग हैं, जिनमें 1.50 करोड़ पुरुष और 1.18 करोड़ महिलाएं हैं। भारत सरकार के दिव्यांग अधिकारिता विभाग के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पास देश के विकलांगो के लिए कई योजनाएँ हैं, जैसे- सहयोगी, दिशा, ज्ञानप्रभा, निरामय, समर्थ, प्रेरणा, समभाव, बढ़ते कदम, जिससे देश के विकलांग लोगों को लाभ मिल सकता है। ऑल इंडिया एमएसएमई फेडरेशन के एक अध्ययन के अनुसार आज देश में कई ऐसे संगठन हैं जो विकलांग लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं। विकलांगों के लिए रोजगार प्रदान करने वाले संगठनों को प्रशिक्षण देने की विशेष आवश्यकता है जैसे कुटीर एव गृह उद्योग आधारित लघु उद्योग जैसे हस्तकला कार्य,मशीन द्वारा आर्ट वर्क, होजियरी, गारमेंट उद्योग जिनमें कच्चा माल घर तक पहुँचाकर, तैयार माल ले जाकर उस माल को विपणन केंद्रों पर ले जाकर विकलांग लोगों के हाथों से बने ऐसे सामानों को बेचकर हम निश्चित रूप से उनकी मदद कर सकते हैं। ऐसे विकलांग लोग शारीरिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में सक्षम नहीं होते हैं, उन्हें सार्वजनिक परिवहन में यातायात जैसी कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विकलांग लोगो को अन्य सार्वजनिक वाहनों से मदद की जाए तो इसके लिए वे घर पर ही कच्चा माल प्राप्त कर सकें तथा तैयार माल की ढुलाई की व्यवस्था संस्थाओं द्वारा कर सकें, जिससे रोजगारप्रेरक कार्य सुनिश्चित हो सके।साथ-साथ मे विकर सेक्शन की महिलाए घर की कई पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियां निभा रही है ऐसी महिलाओं को घर पर ही रोजगार मिल सके और घर परिवार को भी संभाल सकें इसके लिए आज देश में उनके लिए रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की विशेष रूप से आवश्यकता है। इस संबंध में श्री मगनभाई पटेलने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार को पत्र लिख कर सूचित किया है। 

यहाँ उल्लेख करना जरुरी है कि वर्ष 1996 में जब प्रधानमंत्री रोजगार योजना लागू हुई, तब श्री मगनभाई पटेल ने देश का प्रथम स्तर का प्रशिक्षण केंद्र खोला और लगभग 40 से 50  जितने सर्विस सेक्टर मे लगभग 6000 युवक-युवतिओं को ट्रेनिंग देकर इस योजना को 12 वर्ष तक चलाया और साथ-साथ मे प्रधानमंत्री रोजगार योजना के अंतर्गत इस प्रोजेक्ट को रखकर उनको लोन दिलायी, सबसिडी और अन्य लाभ दिलाकर काउंसेलिंग एव फेडरेशन पर रोजगारलक्षी लोगो को रखकर लगभग कई  एंटरप्रेन्योर कार्यक्रम किये।श्री मगनभाई पटेल का मत है कि यदि समाज का उच्च एवं दानदाता वर्ग अपने दान का केवल 5 प्रतिशत भी सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक कार्यों में लगाता है तो देश का निर्बल व्यक्ति भी अपना और अपने परिवार की जीविका का निर्वाह बहुत अच्छे ढंग से कर सकता है। यदि हम अंधविश्वासों को छोड़कर आस्था के मार्ग पर चलेंगे तो देश का छोटे से छोटा आदमी भी अच्छा जीवनयापन कर सकेगा और उसके परिवार के बच्चे भी अच्छी तरह पढ़-लिखकर समाज की आर्थिक व्यवस्था के प्रवाह में शामिल होकर देश के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।

यहां यह बताना जरूरी है कि विकलांगों के लिए काम करने वाली संस्था “विकलांग सहायक केंद्र” गुजरात के अहमदाबाद में वर्ष २०१०से सेवाकीय काम कर रही है। जिसमें 550 से अधिक विकलांग भाई-बहन सदस्य हैं। इस संस्था के अध्यक्ष और श्री सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज के प्रमुख एवं ऑल  इंडिया एमएसएमई फेडरेशन के प्रमुख श्री मगनभाई पटेल इस संस्था के सभी कार्यक्रमो में पिछले 10 वर्षों से इस संस्था द्वारा आयोजीत सभी कार्यक्रमो में मुख्य दाता के रूप में होते है और कार्यक्रम के समन्वय से लेकर मुख्य आयोजन मे संस्था के प्रमुख श्री बाबूभाई साबुवाला के साथ उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।विकलांग सहायक केंद्र संस्था द्वारा हर साल विकलांग एव दिव्यांग लोगो के लिए कई सेवाकीय कार्य की जाते हैं जिनमें सर्वधर्म सामूहिक विवाह, धार्मिक स्थलों का दौरा, आर्थिक रूप से जरूरतमंद लोगों को राशन किट का वितरण,शैक्षिक गतिविधियाँ, रोजगारोन्मुखी गतिविधियाँ, विकलांग साधन उपकरणों का वितरण, सर्व-रोग निदान शिविर केम्प का आयोजन और मनोरंजन एव सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य रूप से आयोजित किए जाते हैं।

संस्था द्वारा हाल ही मे अहमदाबाद के एच.के हॉल,आश्रम रोड में विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर आयोजित “हसी खुशी की शाम-विकलांगो के नाम” सांस्कृतिक कार्यक्रम मे संस्था के पेट्रन चेरमेन श्री मगनभाई पटेल अध्यक्ष स्थान पर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का उद्घाटन शेवरॉक्स कंपनी के अध्यक्ष और यूवी क्लब के प्रमुख श्री किशोरभाई वीरमगामाने मंगलदीप प्रगट करके किया।इस अवसर पर ज़ीओन ग्रुप के एम.डी श्री अंकुरभाई पटेल, वटवा  इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री मिहिरभाई पटेल, अद्वैत मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के  डॉ.तेजस पड़ोदरा, गुजरात विद्यासभा के उपाध्यक्ष श्री सुभाषभाई ब्रह्मभट्ट, श्रीनाथ बिल्डर्स के श्री राजूभाई पटेल, मधुरम चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टीश्री श्रद्धाबेन सोपारकर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे और उन्होंने इस कार्यक्रम में अपने विचार प्रस्तुत किये। अन्य महानुभावो मे संस्था के ट्रस्टीगणमे श्री एलिसभाई सिनोजिया, श्री सुभाषभाई भट्ट,श्री मोहसिनभाई मेमन, श्री एम.जी शेख, श्री प्रफुल्लभाई रावत, संस्था के प्रमुख बाबूभाई साबुवाला सहित अन्य गणमान्य व्यक्तिओमे पद्म श्री डॉ. एच.एल त्रिवेदी और श्रीमती सुनीताबेन त्रिवेदी डायलिसिस सेंटर के ट्रस्टी श्री राजेंद्रभाई व्यास, श्रीमती नम्रताबेन व्यास और ट्रस्टी श्री यशभाई व्यास भी उपस्थित थे।

इस भव्य मनोरंजन कार्यक्रम में संगीत और कला क्षेत्र के प्रसिद्ध अभिनेताओंने भाग लिया, जिनमें मुख्य रूप से जाने-माने कॉमेडियन एहसान कुरैशी थे। उनके साथ प्लेबैक सिंगर बंकिम पाठक (रफी की आवाज), फिल्म डायरेक्टर शब्बीर कुरैशी, सुपर मॉडल निशा लुघानी, मिस इंडिया 2019 किरण पंजवानी, कोयल गुजरात की फेम ज्योति क्रिश्चन और स्पंधन सिंगर दीपल नानावटीने उपस्थित रह कर खूबसूरत मनोरंजन प्रस्तुत किया। गीतकार के रूप में दिव्यांग भाई-बहन भी थे जिसमें क्रमशः गुलशनबेन मेमन, रोहितभाई मोदी और जनार्दनभाई ने बहुत ही सुंदर गीत प्रस्तुत किए। ऑर्केस्ट्रा और गीतकार कलाकार दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने अपनी कला का बहुत ही सुंदर प्रदर्शन किया और इन सभी कलाकारों का संस्थान के पेट्रन चेरमेन  श्री मगनभाई पटेलने सन्मानित करके उनका उत्साह बढ़ाया।

संस्था के पेट्रन चेरमेन श्री मगनभाई पटेलने विकलांग लोगों के प्रति अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि संस्था विकलांगों के सामाजिक, आर्थिक और रोजगार संबंधी मुद्दों के लिए लगातार काम कर रही है और अक्सर विकलांगों के लाभ के लिए सरकार को सूचित भी किया जा रहा है। श्री मगनभाई पटेल अहमदाबाद मे वटवा स्थित यू.एन मेहता नेत्र चिकित्सालय के मेनेजिंग ट्रस्टी हैं, जिन्होंने इस अस्पताल के आसपास के क्षेत्र में संस्था के कार्यालय निर्माण के लिए स्थान उपलब्ध कराने तथा 2000 क्षेत्र जमीन में प्रशिक्षण केन्द्र प्रारंभ करने एव विकलांग भाई-बहनों के रोजगारलक्षी प्रश्न हल करने हेतु सरकार से परामर्श करेंगे। श्री मगनभाई पटेलने समाज के आर्थिक रूप से समर्थ व्यक्तियों से अपील करते हुए कहा कि वे इस प्रकार की कई अन्य सेवा संस्थाओं में अपना योगदान दे रहे हैं, अतः यदि वे इस संस्था में भी अपना योगदान देते हैं तो विकलांगों के लिए प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ कर बहुत ही सराहनीय कार्य रोजगार की दिशा मे हो सकता है। इस प्रकार देश के कई राज्यों में अनेक धर्मार्थ संगठन और लोग काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के मंत्री और संबंधित अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं वह सराहनीय है, इसमें अभी भी इस दिशा में कार्य होगा तो देश के विकलांग लोगो के लिए परिणामलक्षी कार्य गिना जायेगा। 

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *