देवास। राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग के द्वारा नागरिकों के लिए आंतरिक अनुभूति तथा आनंदमयी जीवन के लिए अल्पविराम कार्यक्रम का आयोजन जिलाधीश ऋषव गुप्ता के निर्देशन में किया जा रहा है। आनंद विभाग कोऑर्डिनेटर डॉ. समीरा नईम ने बताया कि 20 फरवरी से 20 मार्च तक देवास जिले के विभिन्न विकासखंडों में अल्पविराम परिचय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 28 फरवरी को बागली, 5 मार्च को टोंकखुर्द, 9 मार्च को कन्नौद तथा 16 मार्च को खातेगांव में ये आयोजन होंगे। प्रत्येक कार्यशाला में 60 प्रतिभागी शामिल होंगे। डॉ. नईम ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों में स्वतः आनंद की अनुभूति जागृत करना है जिससे वे भी अपने जीवन को सार्थक एवं सृजनात्मक बना सकें। अल्पविराम कार्यक्रम हमें स्वयं को स्वयं से मिलाने का अवसर देता है। इस कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम आते हैं। नागरिक आनंद विभाग की वेबसाइट www. anad sansthsn.in पर जाकर इसकी विस्तृत जानकारी भी ले सकते हैं।
डॉ. नईम ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी जिलों में चलाया जा रहा है। शासकीय सेवकों के जीवन में आनंद को कैसे अनुभव करवाएं और उस मार्ग पर सतत रूप से चलने के लिए उन्हें कैसे प्रेरित करें यही अल्पविराम कार्यक्रम का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम का रोमांच इस खोज में है कि हमारी अंतरात्मा में आनंद कैसे बहता है, कैसे घटता है और इसकी अनुभूति कैसे होती है। यह कार्यक्रम शासकीय सेवकों को भी अपने आप से अनुभूति कराने का एक अच्छा अवसर होगा। आनंद की खोज की प्रक्रिया का मुख्य अंग है अंतरात्मा आवाज को सुनने का नियमित अभ्यास करना।यह एक प्रकार का अल्प विराम है, जिसके माध्यम से हम स्वयं दिशा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। यदि हम स्वयं इसके द्वारा आनंदित हैं तो दूसरे तक भी उसे प्रसारित करते हैं।
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