देवास। मां कैला मैया के प्रति अपार श्रद्धा और आस्था रखने वाले मन्नूलाल गर्ग और उनके परिवार ने देवास में सिद्धपीठ स्थापित किया है। अध्यात्म को आत्मसात कर संतों के सानिध्य को प्राप्त किया है। यही कारण है कि पारिवारिक शोक से विचलित न होकर आई हुई विडम्बना को भी मां की इच्छा समझकर उसे स्वीकार किया और नवरात्रि में मां की साधना की परम्परा को निरंतर जारी रखा है। मां कैला मैया के प्रति निष्ठा और आस्था ही शोक को परे कर विश्वास को प्रबल करती है।
यह विचार चैत्र नवरात्रि के अवसर पर कैलादेवी मंदिर उत्सव समिति द्वारा आयोजित नवरात्रि महोत्सव के तत्वावधान में प्रेसवार्ता के दौरान अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवताचार्य ब्रजरत्न वंदनाश्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए व्यक्त किए। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कि अध्यात्म ही एक ऐसी शक्ति है, जो विश्व में शांति कायम कर सकती है। हमारा सनातन ही हमारी शक्ति है। कथा संयोजक रायसिंह सेंधव ने प्रेसवार्ता में कहा कि वर्ष 2022 गर्ग परिवार के लिए बड़ा ही दुख एवं शोकमय रहा है। अपार धार्मिक भावना रखने वाली हमारे मन्नूलाल गर्ग की धर्मपत्नी, पुत्र दीपक गर्ग की माताजी सुशीलादेवी गर्ग का देवलोक गमन होना, साथ ही कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष परिवार के बड़े दामाद बृजमोहन अग्रवाल का आकस्मिक निधन होना, गर्ग परिवार के साथ हम सबके लिए शोक का विषय रहा है। उसके बावजूद भी गर्ग परिवार द्वारा मंदिर की धार्मिक अनुष्ठान परम्परा को यथावत रखना उनकी आस्था और निष्ठा का प्रतीक है। 23 मार्च से 29 मार्च तक गोकुल गार्डन में प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक ब्रजरत्न वंदनाश्री (मथुरा) द्वारा संगीत एवं दृश्यमय श्रीमद भागवत कथा का सुंदर वर्णन होने जा रहा है। साथ ही 30 मार्च को श्री नर्मदा पुराण का आयोजन होगा। कथा पंडाल में श्रोताओं के लिए पृथक-पृथक व्यवस्था की गई है। साथ ही मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों एवं भक्तों के लिए भी दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है। प्रेसवार्ता में मुख्य आयोजक मन्नुलाल गर्ग, अध्यक्ष दुर्गेश अग्रवाल, दीपक गर्ग, देवकृष्ण व्यास, रमण शर्मा, चेतन उपाध्याय सहित समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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