Water Crisis | संभाग के 1932 गांवों में जलसंकट, पानी के लिए मचेगी त्राहि-त्राहि

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अमरावती. अमरावती संभाग में औसत से अधिक बारिश होने के बाद भी जल संकट की आहट सुनाई दे रही है. प्रशासन के आंकड़ों पर नजर डालने पर संभाग के 4 जिलों के 1932 गांवों में जल संकट की आशंका व्यक्त की गई है, जिसके मद्देनजर गांवों में उपाय योजना के प्रस्ताव बनाए जा रहे है. अकोला जिले का प्रस्ताव संभागीय कार्यालय को अब तक नहीं मिला है. संभाग में शामिल  अमरावती, यवतमाल, बुलढाणा व वाशिम जिलों के गांवों में उत्पन्न होने वाले जल संकट की जानकारी संभागीय आयुक्त को भेजी गई है. प्रस्ताव के अनुसार संभावित खर्च की जानकारी भी भेजी गई है, जिसके तहत उपाय योजना की जाएगी. जिसमें 20 करोड़ खर्च का प्रावधान किए जाने की जानकारी है.

पहला चरण 22 अक्टूबर से

जलसंकट का पहला चरण 22 अक्तूबर से दिसंबर 2022 तक, दूसरा चरण जनवरी से मार्च 2023 और तीसरा चरण अप्रैल से जून तक रहता है. अमरावती में पहले चरण में 3 गांव, दूसरे चरण में 369 और तीसरे में 241 गांवों में, बुलढाणा में दूसरे चरण में 405 और तीसरे चरण में 354, यवतमाल में दूसरे चरण में 73 और तीसरे में 187 तथा वाशिम जिले में दूसरे में 67 और तीसरे चरण में 233 गांवों में जलसंकट का अनुमान हैं.

यह उपाय योजना क्रियान्वित की जाएगी

जिन गांवों में जलसंकट है, वहां पर स्थिति नल योजना की मरम्मत, बोरवेल की मरम्मत, नए बोरवेल, सार्वजनिक कुएं का अधिग्रहण, कुएं की गहराई, निजी कुएं का अधिग्रहण, टैंकर से जलापूर्ति और नई जलापूर्ति योजनाओं को पूरा किया जाएगा. इन कार्यों के लिए शासन की ओर से निधि उपलब्ध कराई जाएगी. 

संभाग के गांवों में जलसंकट

जिला कुल गांव संभावित खर्च
अमरावती 613 1243.82 लाख
अकोला 000 000
बुलढाणा 759 1130.16 लाख
यवतमाल 260 215.80 लाख
वाशिम 300 209.79 लाख



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