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नागपुर. ट्रेड प्रॉफिट फंड में पैसा निवेश करने पर भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगों की गैंग ने एक व्यवसायी को 2 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. आर्थिक अपराध शाखा प्रकरण की जांच में जुट गई है और जल्द ही आरोपी पुलिस के हाथ लग सकते है. पुलिस ने हिंगनघाट निवासी जॉय हरिभाई चंदराणा (49) की शिकायत पर मामला दर्ज किया.
आरोपियों में नागपुर निवासी आरिफ रंगूनवाला, सत्येंद्र शुक्ला, हितेश रेवतकर, जयंत वानखेड़े, अविनाश भोरेकर, मेहुल मारडिया उर्फ गणवत, कैलाश उर्फ विलास नरवाड़े, अजय अग्रवाल उर्फ सुल्तान तहेखान और विवेक अग्रवाल का समावेश हैं. शीलदेव नामक मित्र के जरिए चंदराणा का परिचय आरोपियों से हुआ. आरोपियों ने उन्हें अपने ट्रेड प्रॉफिट फंड स्कीम के बारे में बताया और मिलने के लिए नागपुर बुलाया. भालदारपुरा की रंगूनवाला बिल्डिंग में स्थित भगत एंड कंपनी में उनकी बैठक हुई.
आरोपियों ने चंदराणा को बताया कि 2 करोड़ रुपये कैश निवेश करने पर उन्हें 3 दिन में ही 1.20 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा. कुल 3.20 करोड़ रुपये सीधे उनके खाते में आरटीजीएस द्वारा जमा कर दिए जाएंगे. पहले तो चंदराणा को उनकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ लेकिन आरोपी अपना नाम बदलकर व्यवसाय से जुड़े होने की बात करते रहे और मुनाफा कमाने की भी जानकारी दी. बार-बार दबाव बनता गया और चंदराणा रकम निवेश करने के लिए तैयार हो गए.
8 मार्च को उन्होंने आरोपियों को रंगूनवाला बिल्डिंग में 2 करोड़ रुपये दिए. आरोपियों ने उन्हें मुनाफा तो दूर मुद्दल रकम भी नहीं लौटाई. बार-बार फोन करने पर भी आरोपी टालमटोल करते रहे. आखिर चंदराणा ने सीपी अमितेश कुमार से शिकायत की. उन्होंने डीसीपी ईओडब्ल्यू अर्चित चांडक को जांच के निर्देश दिए. जांच पड़ताल में ऐसी कोई स्कीम नहीं होने का पता चला.
आरोपियों ने आपराधिक षडयंत्र के तहत चंदराणा को फंसाया. पुलिस ने विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है. 3 आरोपी मुंबई के होने की जानकारी मिली है. नागपुर के आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है.
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