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नागपुर. सभी को शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के अंतर्गत प्रवेश पाने के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर जहां सरकार दावा कर रही है कि आरटीई प्रवेश हेतु पृथक लिंक बनाया गया है, वहीं दूसरी ओर तकनीकी दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं.
आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन शाहिद शरीफ ने बताया कि पिछले 3 दिनों से पालक परेशान हो गये हैं. उनकी शिकायत है कि ऑनलाइन पोर्टल काम नहीं कर रहा है. एक आवेदन के लिए इंटरनेट कैफे में घंटों प्रतीक्षा करना पड़ रहा है. ऐसी परिस्थिति में अनेक आवेदन पालकों द्वारा अधूरे बिना पंजीयन के ऑनलाइन पोर्टल में छोड़ दिए जा रहे हैं.
इस संबंध में शिक्षा विभाग से संपर्क करने पर जानकारी प्राप्त हुई है कि पालकों द्वारा किए गए आवेदन अधूरे अथवा गलत भरे गये तो उन्हें रद्द करने के लिए संबंधित शहर साधन केन्द्र क्रमांक एक अथवा दो और ग्रामीण के लिए ग्रामीण साधन केंद्र से संपर्क करना होगा.
पालक को उपशिक्षा अधिकारी अथवा गटशिक्षण अधिकारी के नाम से पत्र तथा स्वयं का आधार कार्ड लेकर आवेदन को निरस्त करने का आवेदन देना होगा. पश्चात दोबारा आवेदन ऑनलाइन भरना होगा. यह पालकों के लिए किसी सिरदर्द से कम नहीं हो गया है. आवेदन भरने में परेशानी के साथ ही रद्द करने के बाद दोबारा आवेदन भरने अधिकारियों के चक्कर लगाना पड़ रहा है जबकि ऑनलाइन आवेदन भरने की अंतिम 17 मार्च तक ही है.
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