देवास। मकर संक्रांति से ठीक एक दिन पहले लोहड़ी का पर्व बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया।
इस पर्व से जुड़ी परंपरा के अनुसार, तीन दिन तक समाज में बेटियां और बहुएं घर-घर जाकर लोहड़ी मांगती हैं और दूल्हा भट्टी के गीत गाती हैं। इसी परंपरा का पालन करते हुए एबी रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में लोहड़ी उत्सव का आयोजन किया गया।
लोहड़ी पर्व की मान्यता के अनुसार, विवाहित कन्याओं को मान-सम्मान दिया जाता है और बच्चों के जन्म पर लोहड़ी का विशेष महत्व होता है। इस अवसर पर अलाव जलाकर अग्नि के चारों ओर परिक्रमा की गई और गुड़, गजक, रेवड़ी, मूंगफली आदि चढ़ाए गए। साथ ही, आग में तेल डालकर ईश्वर से आशीर्वाद मांगा।
उल्लेखनीय है, कि लोहड़ी उन घरों में विशेष रूप से मनाई जाती है, जहां विवाह हुआ हो या संतान का जन्म हुआ हो। इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए समाज के लोग गुरुद्वारा साहिब में एकत्रित हुए और सामूहिक रूप से लोहड़ी मनाई।
इस आयोजन में गुरु का अटूट लंगर भी हुआ। कार्यक्रम का आयोजन स्त्री सत्संग की ओर से किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से इंद्रजीत कौर खनूजा, पिंकी मल्होत्रा, दलजीत कोरछिना, नीति टुटेजा, नीलम टुटेजा और समाज के अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह खनूजा एवं सचिव सरदार जगजीत सिंह टुटेजा ने भाग लिया।
सभी समाजजनों और शहरवासियों को लोहड़ी की लख-लख बधाई दी गई।
Leave a Reply