- फोन पर लालच देकर ठगने का प्रयास, जागरूकता से ठगी का शिकार होने से बच रहे नागरिक
- अरेस्ट की धमकी देकर चार लाख की मांग, आवेदक ने तुरंत किया हेल्पलाइन नंबर पर फोन
देवास। सायबर फ्रॉड से लोगों को बचाने के लिए देवास पुलिस विशेष प्रयास कर रही है। पुलिस अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। लोग जागरूक होकर ठगों के जाल में नहीं फंस रहे हैं। अगर कोई फ्रॉड करने की कोशिश करता भी है तो लोग इसकी तुरंत सूचना हेल्पलाइन नंबर पर दे रहे हैं।
थाना सोनकच्छ अंतर्गत आवेदक राधेश्याम पिता मांगीलाल निवासी कुमारियाराव के मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आता है। उसमें सामने वाले ने लालच देते हुए कहा कि आपको 8 लाख 90 हजार रुपए की कार लॉटरी में निकली है। अगर आप कार लेना चाहते हैं तो पहले हमारे खाते में 3950 रुपए जमा करवाना होंगे। पुलिस द्वारा लगातार जागरूक करने से आवेदक राधेश्याम को इस संदिग्ध गतिविधि पर शंका हुई। उन्होंने तुरंत हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर इसकी सूचना दी। जागरूकता के चलते वे ठगी का शिकार होने से बच गए।
आपके अकाउंट में 12 हजार रुपए डालना है-
ठग आजकल गूगल पे या फोन पे पर रुपए डालने के नाम पर ठगी कर रहे हैं। जागरूकता से ही इस प्रकार की ठगी से लोग बच रहे हैं। थाना टोंकखुर्द में आवेदिका शिवानी पटेल के मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आता है। इसमें फोन करने वाले ने शिवानी से कहा कि आपके पिताजी ने बोला है कि आपके अकाउंट में 12 हजार रुपए डालना है। शिवानी ने रुपए डालने से मना किया तो सामने वाला धमकाने लगा। इसकी संदिग्ध गतिविधि पर शिवानी को शंका हुई और उन्होंने तुरंत हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर सूचना दी।
बलात्कार व हत्या के केस में फंसाने की धमकी-
राजौदा के आवेदक विजय चौधरी के मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आता है। इसमें एक व्यक्ति ने उनसे स्वयं को CBI अधिकारी बताकर बात की। उसने धमकाते हुए कहा कि तुम्हारे लड़के को हत्या व बलात्कार के केस में पकड़ लिया है। विजय चौधरी से बेटे को छोड़ने के लिए 4 लाख रुपए की मांग की गई। आवेदक विजय को इस संदिग्ध गतिविधि पर शंका हुई और उन्होंने तुरंत हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर सूचना दी।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई-
उक्त समस्त घटनाओं में सूचना प्राप्त होने पर देवास पुलिस कंट्रोल रूम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सूचना की जानकारी संबंधित थाना प्रभारी एवं सायबर सेल देवास को दी। पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद के निर्देशानुसार सायबर सेल और थाना प्रभारी ने आवेदकों से संपर्क कर मामले की गंभीरता बताई एवं डिजिटल अरेस्ट जैसी किसी प्रक्रिया का कानून में प्रावधान नहीं है और किसी भी प्रकार की रकम न देने की सलाह दी गई। देवास पुलिस की सतर्कता और समय पर दी गई समझाइश से आवेदकों को बड़े सायबर फ्रॉड का शिकार होने से बचाया जा सका।
सावधान रहें-
देवास पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है, कि किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या डिजिटल धोखाधड़ी के संबंध में कॉल आने पर तत्काल सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या 7587611376 पर संपर्क करें एवं सतर्क रहें।
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