- जिले का तीन सांसद कर रहे प्रतिनिधित्व फिर भी नहीं मिली मेट्रो ट्रेन- कांग्रेस
देवास। मेट्रो ट्रेन की सौगात आसपास के शहरों को मिल चुकी है, लेकिन देवास की उपेक्षा की जा रही है। देवास औद्योगिक शहर है। यहां से इंदौर-उज्जैन के लिए हजारों की संख्या में यात्री प्रतिदिन आवागमन करते हैं। उन्हें आवागमन में बसों का सहारा लेना पड़ता है, उसमें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए देवास में मेट्रो ट्रेन की मांग कांग्रेस ने की है।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया, कि जनप्रतिनिधि की असली भूमिका अगर निभा रहे हैं तो वह है डॉ. मोहन यादव, जिन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले अपने क्षेत्र शहर उज्जैन की ओर ध्यान दिया। ऐसी अनेक सौगातें उज्जैन को या तो अपनी ओर से दे दी या केंद्र सरकार से दिलवा दी जो एक बड़े शहर के लिए आवश्यक होती है, लेकिन हमारा देवास जिला तीन सांसदों के क्षेत्र के अंतर्गत आता है, लेकिन हमारे लिए बड़ा दुर्भाग्य है की इन्होंने मेट्रो ट्रेन की सौगात पर ध्यान नहीं दिया। यह सौगात विशेष प्रयास करने पर इंदौर-उज्जैन के बीच देवास को मिल सकती थी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा, कि उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले ऐतिहासिक सिंहस्थ में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचेंगे। इस दौरान आवागमन में मेट्रो ट्रेन की सुविधा महत्वपूर्ण साबित होगी। सिंहस्थ के मद्देनजर देवास को भी मेट्रो ट्रेन से जोड़ा जा सकता है। इसके लिए सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि दिल से प्रयास करें तो सौगात अवश्य ही मिल सकती है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर देवास को मेट्रो ट्रेन की स्वीकृति मिलती है तो योजना को पूरा करने में तीन वर्ष लगेंगे। सिंहस्थ को देखते हुए अभी स्वीकृति की पूर्ण संभावना है, लेकिन इसके लिए सांसदों, विधायकों को प्रयास करना होंगे।
इस योजना को देवास में लाने हेतु दिल से कदम उठाए तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। साथ ही शहर एवं जिले को विकास की एक रफ्तार भी मिलेगी।
Leave a Reply