- बायोमैट्रिक पहचान के चलते बुजुर्ग नहीं बनवा पा रहे आयुष्मान कार्ड
- कई बुजुर्गों के पास समग्र आईडी नहीं, तो किसी के आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट नहीं
देवास। प्रदेश सहित देवास में भी 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है, लेकिन बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने में कई समस्या आ रही है। बायोमैट्रिक पहचान नहीं होने से अधिकांश वरिष्ठों को परेशान होना पड़ रहा है। कई बुजुर्गों का डाटा मिलान नहीं हो रहा है। वे कार्ड बनाना चाहते हैं, लेकिन प्रक्रिया पूरी करने के लिए कई तरह की खानापूर्ति होने से उन्हें परेशानी आ रही है।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया, कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में 70 साल या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठों का आयुष्मान कार्ड बनाना शुरू हो गया, लेकिन तकनीकी और डाटा से जुड़ी कई तरह की परेशानियां आ रही है। बायोमैट्रिक पहचान नहीं होने से बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं। अधिकतर का डाटा का मिलान नहीं हो रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि देवास शहर व जिले में वरिष्ठों के आधार कार्ड बनाने का कार्य धीमा चल रहा है। बुजुर्गों के डाटा मिलान की समस्या और केवाईसी से जुड़ी समस्या, समग्र आईडी पोर्टल में नाम नहीं होना और आधार कार्ड में नाम, उम्र और पता अन्य जानकारी के मिलान नहीं होने से समस्या आ रही है। दस्तावेज न होने से बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड कैसे बन सकेगा, यह बड़ा सवाल है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए समग्र पोर्टल पर डाटा और आधार कार्ड का डाटा में असमानता होने से भी परेशानी आ रही है। नाम, आयु और एड्रेस में अंतर आ रहा है जिससे पहचान में दिक्कत आ रही है। कई बुजुर्गों के आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है, ऐसे में ओटीपी वेरिफिकेशन नहीं हो पा रहा है। इस परेशानी का हल है कि बुजुर्गों को अपना मोबाइल नंबर अपडेट करना अनिवार्य है।
कांग्रेस ने मांग की है कि आयुष्मान भारत योजना के द्वारा बुजुर्गों के कार्ड बनाने में आ रही परेशानी का शीघ्र निराकरण किया जाए वही आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट करने ,समग्र आईडी के लिए नगर निगम में विशेष शिविर लगाने की व्यवस्था की जाएं।
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