– सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी बच्चों के स्तर को देखकर अचरज में पड़े
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)।
ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर उच्च हो रहा है। सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी संस्कृत के श्लोक धाराप्रवाह सुनाते हैं, बल्कि अंग्रेजी का ज्ञान भी रखते हैं। गणित के जोड़-घटाव चुटकी बजाते करते हैं और छोटी क्लास के बच्चे भी 20 तक पहाड़े बगैर अटके सुनाते हैं। शनिवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी जब सरकारी स्कूलों में निरीक्षण के लिए पहुंचे तो बच्चों के शैक्षणिक स्तर को देखकर दंग रह गए।
जनशिक्षा केन्द्र प्रभारी व सीएम राइज स्कूल प्राचार्य प्रकाशचंद्र डाबी एवं जनशिक्षक बीवाय योगेश तिवारी ने ग्रामीण परिवेश के प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों के गुणात्मक स्तर, नियमित उपस्थिति, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर व शासन संचालित शिक्षा नीतियों के क्रियान्वयन की जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एकीकृत माध्यमिक विद्यालय धावड़िया, कामठखेड़ा, प्राथमिक विद्यालय बावड़ीखेड़ा, कामठ, पांजरिया, बिड़गांव का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से विषयवार प्रश्न पूछे, बच्चों को शिक्षण कार्य में आने वाली समस्याओं की जानकारी ली।
माध्यमिक विद्यालय कामठखेड़ा में बच्चों से 20 तक पहाड़े, संस्कृत श्लोक, अंग्रेजी गिनती, एफएलएन स्तर से संबंधित प्रश्न के उत्तर दिए। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर शिक्षकों की प्रशंसा की। साथ ही आवासीय बालिका छात्रावास में अध्ययनरत बालिकाओं को मिलने वाली सुविधाओं व सामग्री की जांच की। बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता के विषय मे बच्चों से पूछा। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा बच्चों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता उतम व बच्चों का गुणात्मक स्तर प्रशंसनीय हैं, जो कि शिक्षकों की उत्कृष्ट कार्यशैली को परिलक्षित करता है।
निरीक्षण के दौरान शिक्षक राजेंद्र टोंडर, परसराम पिंडोरिया, गीता कर्मा, ओमप्रकाश यादव, आशीष यादव, देवकरण चौहान, गुलाब वास्केल, मंजू वास्केल, छात्रावास अधीक्षिका ललिता पाटीदार, अतिथि शिक्षक प्रेमनारायण पाटीदार, राजेश तंवर उपस्थित थे।
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