देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कालानी बाग सेंटर में संस्था से जुड़े भाई-बहनों ने गुरुवार को जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के सानिध्य में भाई-दूज मनाई। प्रेमलता दीदी ने भाइयों को तिलक लगाकर आशीर्वचन दिए।
उन्होंने विचार प्रकट करते हुए कहा, कि संसार में सब आत्माएं परमात्मा की संतान होने के नाते हम सब भाई-बहन हैं। एक ही पिता की संतान है। भाई दूज के दिन बहनें भाई को जो टीका लगाती है वह आत्मिक स्वरूप का टीका लगाती है कि है भाई तुम यह देह नहीं हो इस देह के अंदर एक बहुत सुंदर आत्मा हो। बहुत ऊंचा भाव है। आत्मिक स्वरूप का टीका देना अर्थात आत्मिक जागृति ले आना है कि तू भी आत्मा है और मैं भी एक आत्मा ही हूं। साथ ही साथ प्यार से भोजन स्वीकार कराना। वास्तव में यह ज्ञान का भोजन है। ज्ञान का अमृत है इसलिए जब आत्मा ज्ञान का भोजन स्वीकार करती है तब वह अमृत्व का वरदान प्राप्त कर लेती है।
दीदी ने कहा कि यह दृढ़ संकल्प लें, कि समाज की हर नारी, हर कन्या बहन स्वरूप है। अपनी दृष्टि को इतना पवित्र बनाएं की हर नारी हर कन्या में बहन का स्वरूप दिखाई दें। बहन की इज्जत की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। तब वह बहन के आशीर्वचन को भी प्राप्त करता है। साथ ही साथ बहन को वचन देता है, कि आज के बाद कोई भी भाई तेरी तरफ बुरी दृष्टि से नहीं देखेगा। जब इस तरह की संसार के अंदर भावना फैल जाएगी। तो यह संसार समाज की हर बहनों के लिए सुरक्षित और स्वर्ग से भी सुंदर हो जाएगा।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी, अपुलश्री दीदी, विवेक भाई, सुनील भाई, बसंतीलाल राठौर भाई, लक्ष्मीनारायण भाई, तुलसीराम भाई, अनिल भाई, शिव भाई, रतनप्रभा बहन, कृष्णा बहन, लता माताजी, शकुंतला बहन, कोमल बहन, दीपा माताजी, निर्मला बहन, हेमलता वर्मा बहन, राधा पावले बहन सहित संस्था से जुड़े भाई-बहन उपस्थित थे।
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