आज की बात: एम्सटर्डम के बारे में अनजान तथ्य

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– बस या ट्रेन में कोई कंडक्टर नहीं होता, टिकट का पैसा क्यूआर कोड से

– साइकिलिंग एम्स्टर्डम की संस्कृति का अहम हिस्सा

– 75-80 साल के बुजुर्ग भी यहां चलाते हैं साइकिल

एम्सटर्डम में कम आय वाले और गरीब लोगों के लिए विशेष आवास सुविधाएँ हैं जिन्हें “सोशल हाउसिंग” (Social Housing) कहा जाता है।

यह हाउसिंग मुख्य रूप से उन लोगों के लिए होती है जो बाजार में उपलब्ध महंगे मकानों का खर्च वहन नहीं कर सकते। इन सोशल हाउसिंग का किराया बाजार मूल्य से काफी कम होता है। इसका उद्देश्य गरीब या मध्यम आय वर्ग के लोगों को किफायती आवास प्रदान करना है। समय के साथ जब इनके आय श्रोत बढ़ते हैं तो इन्हें ये फ्लेट खाली करना चाहिए। लेकिन यहां भी काफी लोग इन सस्ते मकानों को कभी खाली नहीं करते हैं। ऐसा ही हमारे देश में भी होता है।

एम्स्टर्डम में साइकल, कार, बस, और ट्राम के लिए अलग-अलग रास्ते होते हैं, और इनकी प्राथमिकता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये विभिन्न नामों और नियमों से जुड़े होते हैं।

एम्स्टर्डम में साइकल चलाने वालों के लिए विशेष लेन होती हैं, जिन्हें “Fietspad” कहा जाता है। ये लाल रंग की पक्की सड़कों से चिन्हित होती हैं और अन्य वाहनों से अलग रहती हैं ताकि साइकल चालकों की सुरक्षा बनी रहे।

कारों और बसों के लिए अलग-अलग लेन होती हैं। कारों के लिए मुख्य सड़कों को “Autoweg” कहा जाता है, जबकि बसों के लिए अक्सर “Busbaan” नाम की विशेष लेन होती है। कुछ स्थानों पर बसों के साथ ट्राम भी साझा लेन का उपयोग होता है।

 

ट्राम के लिए विशेष पटरियाँ होती हैं जिन्हें “Trambaan” कहा जाता है। ये आमतौर पर सड़कों के बीच में होते हैं और इन पर केवल ट्राम ही चलती हैं। कुछ स्थानों पर ट्राम और बसें एक ही रास्ता साझा कर सकती हैं।

ट्राम, बस या ट्रेन में कोई कंडक्टर नहीं होता है। टिकट का पैसा वाहन में लगे क्यूआर कोड के माध्यम से ही जमा होता है। वाहन से उतरते समय भी कार्ड का उपयोग करना होता है। अन्यथा वाहन के प्रारंभिक स्टेशन से लेकर अंतिम स्टेशन तक का चार्ज एकाउंट से कट जाता है। यहां कोई भी बिना पेमेंट के ट्राम बस या ट्रेन में सफर नहीं करता है। ट्रेन के अंदर टायलेट काफी बड़े और साफ-सुथरे रहते हैं। ये निशुल्क रहते हैं। जबकि स्टेशन के टायलेट उपयोग करने पर पैसे लगते हैं।

यूरोप तथा विशेष रूप से एम्सटर्डम में सार्वजनिक टायलेट बहुत ही कम हैं। सभी पेड टायलेट हैं जिसका उपयोग करने पर लगभग €0.50 से €1 तक का भुगतान करना पड़ता है।

बड़े पार्कों या कुछ शॉपिंग मॉल में फ्री टायलेट सुविधा मिल जाती है। इसके अलावा, कई रेस्तरां और कैफे में भी टॉयलेट उपलब्ध होते हैं, लेकिन वहां का उपयोग करने के लिए आमतौर पर कुछ न कुछ खरीदना पड़ता है।

साइकिलिंग एम्स्टर्डम की संस्कृति का अहम हिस्सा है, और शहर का बुनियादी ढांचा इसको प्राथमिकता देने के लिए डिजाइन किया गया है।

यहां एक नगर से दूसरे नगर भी अनेक लोग साइकल से ही जाया करते हैं। सभी आयुवर्ग के लोगों को लंबी दूरी तक भी मैंने साइकल से ही आते-जाते देखा है। 75-80 साल के बुजुर्ग महिला पुरुष भी यहां साइकल चलाते मिल जाते हैं।

Diemen में भोपाल के विठ्ठन मार्केट के समान हफ्ते में दो दिन शनिवार और बुधवार को मार्केट लगता है। घर के सामने ही लगने वाले इस मार्केट में दुकानदार ट्रक ट्राली से सामान लाते हैं। यह मार्केट सुबह 8 बजे से 2.30 बजे तक ही लगता है। मार्केट हटने पर भी महसूस नहीं होता कि यहाँ कुछ देर पहले दुकानें लगी थीं क्योंकि पूरा क्षेत्र पहले जैसा ही साफ-सुथरा दिखाई देता है। इन दुकानों में सब्जी फल खाने-पीने की चीजों से लेकर कपड़े आदि भी बिकते हैं। लेकिन इस हॉट बाजार में भी कोई भी सामान सस्ता नहीं मिलता है। यहाँ हर सामान का प्रदर्शित रेट रहता है। कोई भावताव नहीं होता है। हम इसीलिए घर के नीचे स्थित मॉल से ही सभी सामग्री खरीदना पसंद करते हैं। ग्राउंड फ्लोर पर स्थित यह मॉल काफी बड़ा है। इसमें विभिन्न सामग्री की दुकानों के साथ रेस्टोरेंट भी हैं।

Amsterdam

घर से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर Diemen का मीर पार्क (De Meerpark) है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है। इस पार्क में मैं लगभग रोजाना वॉक करते हुए आता हूँ। यह पार्क स्थानीय निवासियों के लिए एक प्रमुख स्थान है जहाँ लोग आराम करने, सैर करने, और बाहरी गतिविधियों का आनंद लेने के लिए आते हैं। पार्क में हरियाली, खुले स्थान, और झील जैसी जल संरचनाएँ हैं, जो इसे खास बनाती हैं।

यह पार्क परिवारों, बच्चों, और साइकिल चालकों के लिए भी लोकप्रिय है, क्योंकि यहाँ कई पैदल पथ और साइकिल लेन हैं।

आज सबेरे ट्राम से Vondelpark अकेले घूमने गया। इसके लिए ट्राम नंबर 19 Diemen स्टेशन से पकड़कर Rijksmuseum ट्राम स्टेंड आया। Rijksmuseum से गूगल मेप की सहायता से Vondelpark पहुंचा। बहुत बड़ा पार्क है। यहां हजारों की संख्या में हर आयुवर्ग के लोग घूमते हुए एंजॉय करते मिले। पार्क में काफी अधिक पैदल चलना होता है तब पूरे पार्क को एंजॉय कर सकते हैं। जगह-जगह बेंच बनी हुई हैं। धूप भी अच्छी निकली थी तो रुकते रुकाते अच्छी तरह से पूरा पार्क घूमा।

एम्सटर्डम में रेस्टोरेंट में पीने का पानी मुफ्त में नहीं मिलता है। मैंने जब इस बारे में पूछताछ की तो पता चला कि यहां के रेस्टोरेंट्स का उद्देश्य अपने मेन्यू में बिकने वाले पेय पदार्थों से अतिरिक्त आय अर्जित करना होता है।
दूसरा कारण यह है कि नीदरलैंड्स में नल का पानी उच्च गुणवत्ता का होता है और लोग इसे घर पर पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसलिए, रेस्टोरेंट्स मुफ्त में पानी नहीं देते हैं।
तीसरा प्रमुख कारण यह है कि यहां के लोग आमतौर पर भोजन के साथ विभिन्न प्रकार के पेय, जैसे वाइन, बीयर, या सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन करना पसंद करते हैं। इसलिए, रेस्टोरेंट्स इन पेयों को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त पानी उपलब्ध नहीं कराते।
इसलिए जब हम Leiden घूमने गए थे तो घर से ही एक बोतल पानी साथ ले गए थे। वैसे ठंडा स्थान होने से प्यास भी कम ही लगती है।

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