भागवत कथा जीवन जीने की कला सीखाती है

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– यादव धर्मशाला में भागवत कथा वाचन के दौरान स्नेहा किशोरी ने दिए प्रेरणादायी संदेश

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। भागवत कथा मनुष्य जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है। अगर आप प्रतिदिन कुछ वक्त भागवत कथा के पठन व मनन में लगा देंगे तो निश्चित तौर पर आपका जीवन तर जाएगा। यह कथा लोक-परलोक दोनों को सुधार देगी। यह कथा हमें ईश्वर की निकटता का अहसास कराती है। जहां भी भागवत कथा का वाचन हो रहा हो, वहां आप अवश्य ही जाएं और कथा श्रवण करें।

श्रीमद भागवत कथा के महत्व को बताते हुए यह विचार यादव समाज की धर्मशाला में भोपाल की स्नेहा किशोरी ने व्यक्त किए। शनिवार को यहां श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ हुई। कथा से पूर्व शोभायात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने भजन गाते हुए जयकारे लगाए। गांव के विभिन्न मार्गों से शोभायात्रा निकलते हुए कथा स्थल यादव धर्मशाला पहुंची। यहां स्नेहा किशोरीजी ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण करना शारीरिक शुद्धि है, उस पर मनन करना मन की शुद्धि है। भागवत कथा को आत्मसात करना ही जीवन मुक्ति का मार्ग है। मेरा कहना है कि आप भागवत कथा को आत्मसात करें। यह आपके जीवन में नई ऊर्जा देगी और आपको परिवर्तन महसूस होगा। यह कथा आपको जीवन जीने की कला सिखाएगी।

किशोरीजी ने कथा के दौरान भजन भी सुनाए। भजनों के साथ श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। कथा श्रवण के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। आयोजक एडवोकेट गोविंद यादव, हरिनारायण यादव, देवकरण यादव, शिवनारायण यादव, पप्पू यादव, राजेश यादव, शंकर यादव, राधेश्याम यादव, जगदीश यादव, धर्मेंद्र गुरु आदि ने बताया कि बारिश का मौसम है, इसलिए धर्मशाला के अंदर ही भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से कथा श्रवण की अपील की है।

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