- कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर ने जाहिर की नाराजगी, सौंपा ज्ञापन
देवास (विजेंद्रसिंह ठाकुर)। शासकीय विद्यालयों में कम्प्यूटर आईसीटी लैब के लिए नियुक्त किए गए कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर को हटाने के आदेश दिए गए हैं। इस पर सभी कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर ने नाराजगी जताई और कहा, कि पूरे सत्र के लिए उन्हें रखा गया था, लेकिन मार्च में ही हटाने के आदेश आ गए हैं।
कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर ने स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के संचालक के नाम कलेक्टर कार्यालय एवं आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के नाम जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया, कि मामला आईसीटी एट स्कूल योजना का है। स्कूलों में कम्प्यूटर लैब के संचालन के लिए कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर रखे गए थे। ये लोग ज्यादा मानदेय वाली नौकरी को छोड़कर आए थे और कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर पद पर नियुक्त हुए। साथ ही अल्प मानदेय 10 हजार में भी काम कर रहे थे। अब आदेश जारी किया गया है, कि 31 मार्च 2024 तक ही काम लिया जाएगा। साथ ही इन्होंने कहा, कि कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर को वर्ग-2 के समान 14 हजार मानदेय दिया जाना था, फिर भी कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर 10 हजार के मानदेय में कार्य कर रहे हैं, इसलिए मानदेय 10 हजार से बढ़ाकर 14 हजार रुपए दिया जाए।
जिले के समस्त कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर ने मुख्यमंत्री, संचालक एवं आयुक्त से मांग की, कि उन्हें मार्च में हटाए जाने के आदेश को निरस्त किया जाए। यदि कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर को हटाए जाने के आदेश वापस नहीं होते है तो प्रदेशभर के 2592 कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर बेरोजगार हो जाएंगे और परिवार की रोजी-रोटी पर संकट आ जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में देवास जिले के कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर उपस्थित थे।
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