देवास। खाटू श्याम महिला समिति चाणक्यपुरी एक्सटेंशन द्वारा चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में सात दिवसय श्रीराम कथा आयोजित की गई। कथा के विश्रांति अवसर पर आचार्य अनिल शर्मा आसेर वाले के सानिध्य में समिति की मातृशक्ति ने जोड़ों के साथ आहुतियां डालीं। यज्ञ-हवन के बाद भंडारा किया गया। इसमें सैकड़ों धर्मप्रेमियों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
आचार्य श्री शर्मा ने कहा, कि किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए हवन में आहुतियां डालना जरूरी है। बिना हवन किए कोई भी धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण नहीं होता है क्योंकि हवन में डाली गई आहुतियां संपूर्ण ब्रह्मांड में देवी-देवताओं तक पहुंच जाती है। मातृशक्ति द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन कर धर्म के मार्ग में अनुकरणीय कार्य किया गया है। सभी मातृशक्ति को मैं नमन करता हूं। इसी तरह धर्मप्रेमी सनातन धर्म ध्वजा लहराते रहे, क्योंकि धर्म के कार्य में, धर्म के मार्ग पर लगाया गया धन कभी व्यर्थ नहीं जाता। अपने लिए तो सभी करते हैं, लेकिन विरले ही धर्मप्रेमी है, जो धर्म के मार्ग में धन खर्च करते हैं। भाग्यशाली हैं वे माताएं, जिन्होंने श्रीराम कथा का आयोजन किया। जिस भूमि पर श्रीराम कथा होती है, वह भूमि पवित्र हो जाती है। वह भूमि अयोध्याधाम बन जाती है।
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