– महुआ लहान से बना रहे थे कच्ची शराब, चार भटि्टयों को जेसीबी से नष्ट किया
– 50 से अधिक ड्रमों में भरा 10 हजार लीटर महुआ लहान जब्त कर नष्ट किया
देवास। जिलेभर में आबकारी विभाग शराब के अवैध अड्डों पर निरंतर कार्रवाई कर रहा है। आबकारी विभाग की मुहिम से शराब का अवैध कारोबार करने वालों के हौंसले पस्त हो रहे हैं। एक दिन पहले ही बागली क्षेत्र के जंगल में अवैध शराब बनाने वालों पर विभाग ने कार्रवाई की थी। शुक्रवार को देवास के प्रतापनगर वअंबेडकरनगर में छापामार कार्रवाई करते हुए शराब बनाने की भट्टियों को नष्ट कर 16 लाख 5 हजार रुपए की सामग्री जब्त की।
आबकारी विभाग को सूचना प्राप्त हो रही थी, कि प्रतापनगर में अवैध रूप से शराब बनाने के लिए भट्टियां संचालित हो रही है। शुक्रवार दोपहर को सहायक आबकारी आयुक्त राजनारायण सोनी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया की उपस्थिति में आबकारी विभाग ने पुलिस विभाग के सहयोग से प्रतापनगर में छापामार कार्रवाई की। विभागीय अमले को यहां पर चार भट्टियां मिली। साथ ही लगभग 10 हजार लीटर महुआ लहान भी मिला। यह 50 से 60 ड्रमों में भरा हुआ था। महुए को सड़ाकर व उसमें अन्य सामग्री का मिश्रण कर अनुमानित तौर पर लगभग 100 लीटर कच्ची शराब यहां से प्रतिदिन बनाकर सप्लाय की जा रही थी। भटि्टयों व इनके ऊपर अवैध निर्माण को जेसीबी की सहायता से तोड़ने की प्रक्रिया भी इस दौरान की गई। गौरतलब है कि इस प्रकार से शराब बनाने वाले शराब में नौसादर, यूरिया जैसी सामग्री प्रयोग भी करते हैं। इससे यह शराब घातक हो जाती है। आबकारी विभाग का अमला जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में ही सक्रिय था, लेकिन लंबे समय बाद देवास शहर में इस प्रकार की कार्रवाई से शराब का अवैध कारोबार करने वालों के हौंसले पस्त हो रहे हैं।
सहायक आबकारी आयुक्त श्री सोनी ने बताया हमें सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग प्रतापनगर में रेलवे क्रासिंग के समीप कच्ची शराब का अवैध रूप से व्यापार कर रहे हैं। हमने टीम गठित कर आज कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान 8 से 10 हजार किलोग्राम महुआ लहान सहित अन्य सामग्री जब्त की। महुआ लहान को नष्ट कर दिया गया। इस प्रकार की कार्रवाई पूरे जिले में आने वाले समय में भी चलती रहेगी।
कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी राघवेंद्रसिंह कुशवाह एवं उपनिरीक्षक राजकुमारी मंडलोई, देवेंद्रप्रताप सिंह, विजय कुचेरिया, प्रेमनारायण यादव सम्मिलित रहे। साथ ही जिले में पदस्थ मुख्य आरक्षक/आरक्षकों तथा नगर सैनिक का विशेष सहयोग रहा।
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