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पुणे: काम पूरा होने के बावजूद केवल राजनीतिक सिग्नल नहीं मिलने की वजह से पुणे मेट्रो (Pune Metro) स्तारित रुट शुरू करने में रुकावट आ रही है। साल भर पहले कुछ काम अधूरे होने के बावजूद राजनीतिक दबाव के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के हाथों अधूरे रुटों का लोकार्पण किया गया था। अब वर्ष भर बाद अधिकांश काम पूरी होकर सारे रुट तैयार हो गए हैं, लेकिन इसके बावजूद केवल राजनीतिक हस्तक्षेप (Political Interference) के कारण निर्णय नहीं हो पा रहा हैं।
फिलहाल वनाज से गरवारे कॉलेज के पांच किलोमीटर में मेट्रो चल रही है। पिंपरी से फुगेवाडी भी इतनी किलोमीटर की दूरी वाले दूसरे मार्ग पर मेट्रो चल रही है। वर्ष भर पहले प्रधानमंत्री मोदी के हाथों इन दोनों रुटों का उद्घाटन किया गया था। इसके बाद आगे के रूट के जल्द शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन इन दोनों रुटों के आगे मेट्रो की दौड़ फीट भर भी नहीं बढ़ी है। वनाज से गरवारे के बीच चलने वाली मेट्रो में अक्सर दो से चार यात्री नजर आते है।
काम पूरा, शुरुआत नहीं
अब वर्ष भर के बाद भी मेट्रो का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। बिल्डिंग का निर्माण, उससे जुड़ा रूट, सिग्नल जैसे काम पूरे हो चुके है। पिंपरी से फुगेवाडी मार्ग आगे सिविल कोर्ट तक और वनाज से गरवारे मार्ग आगे सिविल कोर्ट तक तैयार है। महामेट्रो ने लगातार प्रयास कर स्वारगेट से मंडई के अंडरग्राउंड रुट के काम को छोड़कर अधिकांश काम पूरा कर लिया है, लेकिन प्रधानमंत्री ने वनाज से गरवारे और पिंपरी से फुगेवाडी के दो मार्ग का ही उद्घाटन किया, जबकि उस वक्त इन दोनों रुट पर कुछ काम होने बाकी थे।
क्यों नहीं शुरू हो रहा
दिल्ली के रेलवे सुरक्षा आयुक्तालय का इंस्पेक्शन अभी तक नहीं हुआ है। यह दलील महामेट्रो की तरफ से दी जा रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि इस आयुक्तालय की टीम दो बार मेट्रो के विस्तारित रुट का इंस्पेक्शन कर चुकी है। ट्रायल की भी उन्होंने जानकारी ली। फिर से इंस्पेक्शन, ट्रायल हो सकता है, लेकिन इसे लेकर कोई जल्दबाजी में नजर नहीं आ रहे हैं।
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यात्रियों को हो रही है परेशानी
मेट्रो से सफर करने की इच्छा होने के बावजूद फिलहाल यात्रियों के लिए सफर करना संभव नहीं हो पा रहा है क्योंकि केवल पांच किलोमीटर के लिए कोई भी परेशान होने को तैयार नहीं है। लंबी दूरी तक मेट्रो से सफर करना हो तो रिक्शा और बस का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। चल रहे मेट्रो के काम से सभी लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं।
इंटरचेंज स्टेशन भी तैयार
इन दोनों रुटों का सिविल कोर्ट तक तीन चार बार सफल ट्रायल हो चुका है। इनमें से सिविल कोर्ट स्टेशन इंटरचेंज स्टेशन हैं। यहां पर सड़क से और अंडरग्राउंड से चलने वाले दोनों मेट्रो एक जगह पर आते है। पिंपरी से आने वाले यात्रियों को कोथरुड जाना हो तो इस स्टेशन में ट्रेन चेंज कर सकते है। ऐसे में मेट्रो का सफर बेहद महत्वपूर्ण होगा। सिविल कोर्ट का इंटरचेंज स्टेशन तैयार हो चुका हैं।
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