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Ro-Ro Ferry Service | मालाड से भायंदर तक सफर होगा आसान, जल्द शुरू होगी रो-रो फेरी सेवा

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Water taxi service will be cheaper in Mumbai, fare will be less now after Maharashtra govt decision to waive tax

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मुंबई: लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक अनेक विकल्प उपलब्ध करा रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए उत्तर मुंबई के बीजेपी सांसद गोपाल शेट्टी (BJP MP Gopal Shetty) ने पिछले साल 23 नवंबर को केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Union Minister Sarbananda Sonowal) को पत्र (Letter) लिखकर मालाड पश्चिम के मढ़, मनोरी, बोरीवली के गोराई से होते हुए भायंदर पश्चिम के उत्तन तट तक रो-रो फेरी सेवा शुरू कराने का अनुरोध किया था। यही नहीं बोरीवली के स्थानीय विधायक सुनील राणे ने भी गोपाल शेट्टी को पत्र भेजकर इस तरह की सेवा को शुरू कराने की बात की थी।

गौरतलब है कि समुद्री तट पर बसे लाखों लोगों को रो-रो फेरी सेवा उपलब्ध कराने से होने वाले लाभ का अध्ययन करने के बाद केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सोनोवाल ने इस योजना को हरी झंडी दिखाते हुए मंजूरी प्रदान की है। इस योजना के अमल में आने से सड़क और रेल मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। शेट्टी के अनुसार, उत्तर मुंबई के मढ़ से भायंदर तक एक बड़ा समुद्री तट है। लोकल ट्रेनों को छोड़कर इस क्षेत्र के लोगों के पास यात्रा का कोई विकल्प नहीं है।

जलमार्ग से परिवहन को बढ़ावा

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार का भी मानना है कि यात्रा समय को कम करके, परिवहन लागत में सुधार और प्रदूषण को कम करके रो-रो फेरी और जलमार्ग परिवहन अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है। बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने देश में रो-रो फेरी और जलमार्ग परिवहन को बढ़ावा देने के लिए एक इकोसिस्टम तंत्र विकसित करना शुरू कर दिया है।

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1,900 करोड़ रुपए की 45 परियोजनाओं को वित्त पोषण

जहाजरानी, बंदरगाह और जलमार्ग मंत्रालय ने 1900 करोड़ रुपए की कुल 45 परियोजनाओं को वित्त पोषित किया है। यह योजना मंत्रालय के सागरमाला कार्यक्रम के तहत आती है। इस योजना का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सांसद गोपाल शेट्टी को रो-रो फेरी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी है। बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा महाराष्ट्र में कुल 31 प्रस्तावों के लिए 935 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड के तहत इस योजना का काम प्रगति पर है। मार्वे और भायंदर को पूरा कर लिया गया है। मनोरी और वसई जेट्टी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। 



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